जमुना कोतमा एवं हंसदेव क्षेत्र के भू-अधिग्रहण मुआवजा, रोजगार तथा विकास कार्यों के संबंध में बैठक कर अनेक मुद्दों पर जिला प्रशासन की पहल पर लिए गए निर्णय
कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों, कालरी प्रबंधन एवं स्थानीय प्रशासन की रही मौजूदगी

अनूपपुर। जिले के नगरीय निकाय डोला, डूमरकछार, बनगवॉ, कोतमा व पसान क्षेत्र के भूमि तथा विकास कार्यों से संबंधित मुद्दों पर एसईसीएल जमुना एवं कोतमा क्षेत्र तथा हंसदेव क्षेत्र के कालरी प्रबंधन के अधिकारियों तथा नगरीय निकायों के अध्यक्षों एवं स्थानीय प्रशासन के साथ कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में किया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह पवार, संयुक्त कलेक्टर श्री अजीत तिर्की, एसडीएम कोतमा श्री एम.आर. कोल, डिप्टी कलेक्टर श्री दीपक पाण्डेय, विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष श्री रामदास पुरी, नगरपालिका पसान के अध्यक्ष श्री रामअवध सिंह, नगर परिषद डोला के अध्यक्ष श्री यशवंत सिंह व नगरपालिका कोतमा के अध्यक्ष श्री अजय सराफ, नगर परिषद डूमरकछार के अध्यक्ष श्री सुनील चौरसिया, एसईसीएल जमुना-कोतमा तथा हंसदेव क्षेत्र के महाप्रबंधक एवं कालरी प्रबंधन के अधिकारीगण, संबंधित क्षेत्रों के मुख्य नगरपालिका अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कुरजा, झिरिया, डोला, राजनगर, हल्दीबाड़ी, डूमरकछार, कोतमा और पसान नगरीय निकाय क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण विषयक चर्चा हुई। बैठक में कालरी द्वारा सीबी एक्ट तथा एमपीएलआरसी के अंतर्गत अधिग्रहीत की गई भूमि की अनुपयोगी भूमि को बसाहट के अनुसार नगरीय निकाय को विकास कार्यों तथा सरकार की हितग्राहीमूलक योजना के पात्र लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से भूमि दिलाए जाने के संबंध में चर्चा की गई। इस हेतु आवश्यक पहल करने के संबंध में कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए। नगर परिषद डूमरकछार के अध्यक्ष श्री सुनील चौरसिया ने बैठक में तर्क संगत महत्वपूर्ण विषयक प्रभावी चर्चा कर सकारात्मक भाव से कार्य करने की बात कही गई। नगरपालिका पसान के अध्यक्ष श्री रामअवध सिंह, नगर परिषद डोला के अध्यक्ष श्री यशवंत सिंह व नगरपालिका कोतमा के अध्यक्ष श्री अजय सराफ तथा विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष श्री रामदास पुरी ने क्षेत्रीय विकास संबंधी कार्यों के संदर्भ में प्रकाश डालते हुए कालरी प्रबंधन से जनहित में कार्यों को कराए जाने के संबंध में मांग रखी गई। कालरी प्रबंधन के अधिकारियों ने कार्यों के संबंध में सहमति जताई तथा सुझाए गए विकास कार्यों को कराए जाने की बात कही गई। बैठक में कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ ने भूमि अधिग्रहण के पश्चात मुआवजा वितरण तथा रोजगार प्रदाय के संबंध में कालरी प्रबंधन के अधिकारियों से जानकारी ली गई। उन्होंने पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के बाद भी लगभग 2 माह का समय व्यतीत होने के बाद भी जानकारी उपलब्ध न कराए जाने को गंभीरता से लेते हुए नाराजगी जताई गई तथा आज ही जानकारी एसडीएम कोतमा को उपलब्ध कराए जाने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कालरी खुलने से प्रभावित भू-स्वामियों को मुआवजा वितरण व रोजगार प्रदान किए जाने के कार्य को तत्परता से निष्पादित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोतमा एसडीएम तथा संबंधित नगरीय निकायों के मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को एसईसीएल प्रबंधन से सूची प्राप्त कर संबंधितों से सम्पर्क कर आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति के संबंध में कार्यवाही के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कोयला प्रबंधन के अधिकारियों को नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों तथा स्थानीय प्रशासन के साथ प्रत्येक माह के पखवाड़े में बैठक कर स्थानीय समस्याओं के निराकरण संबंधी चर्चा कर निर्णय लेने के निर्देश दिए।
सीएसआर के तहत कालरी प्रभावित क्षेत्र के आंगनबाड़ी व शालाओं के होंगे विकास कार्य
कलेक्टर की पहल पर एस.ई.सी.एल. जमुना एण्ड कोतमा तथा हंसदेव क्षेत्र के प्रभावित क्षेत्रों के आंगनबाड़ी भवनों की मरम्मत तथा शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर की उपलब्धता सीएसआर मद से किए जाने के संबंध में कालरी प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा सहमति जताई गई।