ग्रामसभा मेंः ग्रामीणों को पट्टा आवंटन करने का किया गया विचार-विमर्श
ग्राम में नेटवर्क नहीं होने पंजीयन का कार्य हुआ धीमी

रिपोर्टर@समर बहादुर सिंह
राजनगर। जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम पंचायत डूमर कछार में 03 दिसम्बर को वन भूमि पर का बीज लोगों को पट्टा बांटने का कार्य किया गया। इस संबंध में रात जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के शासन के आदेशानुसार वन भूमि पर का बीज बसे हितग्राही एवं पुराने लोगों को वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टा प्रदान करना था। जिसमें शासन की ओर से कई बार पंचायत वन भूमियों पर अधिक वन भूमि पर काफी लोगों के द्वारा कई बार पट्टा का आवेदन दिया गया जिसे अस्वीकार कर दिया गया एक बार मध्यप्रदेश शासन ने यह अभियान तेजी से किया। उसी तरह जिला अनूपपुर में भी वहीं पर काफी लोगों को पट्टा प्रदान करने का अभियान चलाया गया। जिससे कि जिला अनूपपुर जनपद पंचायत अनूपपुर 1177 हितग्राहियों के आवेदन थे। जिसमें सर्वाधिक ग्राम पंचायत डूमर कछार में 681 वर्ष 2016 में अस्वीकार कर दिए गए थे पूरा ही नहीं 681 शासन की मंशा अनुसार विचार किया गया। 3 दिसंबर से लेकर 5 दिसंबर 2019 को ग्राम पंचायत भवन में से वन अधिकार अधिनियम के तहत ग्रामीणों को पट्टा आवंटन कर करने का विचार किया गया। जिसमें कि जिले से आए आदिवासी कल्याण विभाग के जिला अधिकारी डी एस राव जनपद पंचायत अनूपपुर अरुण कुमार भारद्वाज फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से एसडीओ अनूपपुर ओमकार गोस्वामी एवं जनपद पंचायत अनूपपुर के 52 ग्राम पंचायतों के सचिव ग्राम पंचायत के सरपंच उपसरपंच सदस्य एवं सभी जनप्रतिनिधि राजनीतिक दलों के सभी श्रमिक संगठन के लोग पट्टा के कार्यक्रम में शामिल हुए एक मित्र पोर्टल पर सभी दस्तावेज के साथ हितग्राही अपना पंजीयन कराएं लोगों को जागरूक करें, वन विभाग के एसडीओ ओमकार गोस्वामी ने बताया कि आवेदनों पर मौके पर पहुंचकर अधिकारियों द्वारा पात्र-अपात्र का निरीक्षण करना उसी तरह से जनपद पंचायत सीईओ कुमार भारद्वाज ने कहा कि लोगों को उनका हक उनकी जीविका चलाने का सरकार के द्वारा चलाया जा रहा। ग्राम पंचायतों को फिर से ऑनलाइन के माध्यम से ओटीपी के मोबाइल पर आकर्षित किया गया। जिसमें सचिव जिले के अधिकारी आए हुए जनपद के अधिकारी आदिवासी विभाग विभाग के द्वारा अधिकार अधिनियम के अंतर्गत दावेदारों का निराकरण आवेदनों का सत्यापन का पूरा सत्यापन कर हितग्राहियों को अधिकार अधिनियम के तहत पट्टा प्रदान करने का कार्यक्रम चलाया गया जिसमें कि समस्त घरों को एक मित्र पोर्टल पर जाकर अपने समस्त दस्तावेज का अवलोकन करना एवं सही जानकारी को स्थापित करके पूरा करने का प्रयास किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हितग्राहियों को परेशानी ना जाए सभी जनपदों की ओर से सुझाव आया कि प्रत्येक वार्ड में घूम-घूम कर उनको जागरूक करना एवं एवं उपसरपंच विक्रमादित्य चैरसिया ने कहा कि प्रत्येक वार्ड का एक अलग अलग टेबल कंप्यूटर के साथ देने से जिससे कार्य सुविधाएं आसानी से हो सके कई लोग अपने विचार दिए। इस तरह से यह कार्य और आसानी से हो सकता है लेकिन अच्छी नेटवर्क ना होने की वजह से पंजीयन का कार्य काफी धीमी गति से हुआ।