कार्रवाई नहीं होने से अधिक्षिका बिना किसी भय के छात्राओं से लेती हैं कार्य

पचपेड़ी . यदि स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने की बजाय उनसे काम करवाया जाए तो क्या होगा। जाहिर है इससे उनकी पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ेगा, वे पढ़ाई में कम और दूसरी चीजों पर ज्यादा ध्यान देंगे। ऐसा ही एक मामला शासकीय प्री. अनु .जाति कन्या छात्रावास सोन पचपेड़ी का है । यहां की अधिक्षिका परमिला सरखो के द्वारा यह रह रहे छात्राओं से साफ सफाई करवाने का मामला प्रकाश में आया है ।
पढने के लिए आने वाले बच्चों को शिक्षक अच्छी तालीम देते है ताकि बच्चो का पढ़ाई में रुचि लगा रहा रहे लेकिन यहाँ छात्रावास की अधिक्षिका उनसे सफाई करवा रहे हैं।
इतना ही नही सफाईकर्मी होने के बावजूद भी छात्राओं से रोजाना सफाई करवाती है ।
इस तरह से बच्चो के भविष्य के खिलवाड़ हो रहा है।
इतना ही नही जानकारी के मुताबिक यहाँ की छात्रावास अधिक्षिका परमिला सरखो दिनभर नदारद रहती है। अगर किसी छात्रा की अचानक तबियत खराब होती है तो या अन्य जरूरी काम पर इन्हें फ़ोन करके बुलाया जाता है।
इस तरह से मनमानी तरीक़े से ये अपने कार्य करने पर उतारू है।
आखिरकार अब देखना यह होगा कि खबर के बाद से बच्चो की इस काम से छुटकारा मिलता है य नही ।