रेत माफियाओं के बढ़े हौसले,अवैध रेत से लोड ट्रेक्टर को रोका तो पुलिस कर्मियों की गाड़ी की चाभी छीनकर की छीना झपटी
भालूमाड़ा थाने में महिला एएसआई ने की शिकायत मामला हुआ दर्ज

अनुपपुर। जिले में एक तरफ अपराधों पर अंकुश लगाने पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर धड़ाधड़ कार्यवाहियां की जा रही है। चाहे मामला सूदखोरी का हो चाहे अवैध शराब का हो चाहे अवैध उत्खनन का पुलिस कार्यवाहियां कर रही है। जिससे अवैध कार्यो में लिप्त लोगो मे पुलिस के खिलाफ नाराजगी देखी जा सकती है। बीते दिनों पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देश पर रामनगर थानांतर्गत भेड़वा नाला से अवैध उत्खनन करते जेसीबी सहित डग्गी पर कार्यवाहियां की गई थी। कोतमा,जैतहरी सहित कोतवाली में भी अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्यवाहियां की गई थी। वावजूद उसके अवैध कार्यो में संलग्न लोगो के हौसले इतने बड़े हुए हैं कि अब पुलिस द्वारा रेत से भरे ट्रेक्टर को रोकने पर पुलिस से ही हाथापाई करने व चाभी छीनने में डर महसूस नही कर रहे। एक बड़ा सवाल यह भी खड़ा होता है क्या माफियाओं के हौसले इतने बढे हुए हैं कि उन्हें कानून व्यवस्था का भी भय नही है। मामला भालूमाड़ा थाना क्षेत्रान्तर्गत दार सागर गम्भीरवा टोला के पास का है। जहां भालूमाड़ा थाने में एएसआई सविता लकड़ा व मनोज नामदेव शराब तश्करी की सूचना पर कार्यवाही हेतु दिन 11 बजे दार सागर की ओर जा रहे थे। जहां गम्भीरवा टोला के पास अवैध परिवहन करते रेत से भरा ट्रेक्टर आता दिखा जिसे पुलिस कर्मियों ने रोकने का प्रयास किया। जिसपर ट्रेक्टर चालक ने ट्रेक्टर खड़ा नही किया। तब पुलिकर्मियों ने ट्रेक्टर का पीछा किये वही ट्रेक्टर वाहन के पीछे अपनी बाइक से आ रहे ट्रेक्टर मालिक रमेश केवट ने पुलिस की गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगाकर पुलिस को रोक लिया व पुलिस की गाड़ी की चाभी निकाल लिया। आरक्षक मनोज नामदेव के द्वारा आपत्ति करने पर पुलिस कर्मी का ही हाथ मरोड़ दिया व एएआई सविता लकड़ा ने चाबी निकालने पर आपत्ति की तो एएसआई से बहस किया व अपने ड्राइवर को ट्रेक्टर लेकर भागने को कहा जब तक उसका ट्रेक्टर मौके से भाग नही गया तब तक उसने पुलिस के वाहन की चाभी नही दी इस बीच पुलिस कर्मियों से बहसा बहसी भी हुई। अपने ट्रेक्टर के निकलते ही पुलिस कर्मियों की चाभी फेंककर रमेश केवट फरार हो गया। उक्त मामले में एएसआई सविता लकड़ा ने मौके से ही थाना प्रभारी को मामले की सूचना दिए। बाद में एएसआई की थाने में लिखित शिकायत पर एफ आर आई क्रमांक 356/2021 धारा 332,353,186 के तहत अपराध कायम कर मामले की विवेचना एस आई त्रिलोक सिंह द्वारा की जा रही है।
संगठित अपराध बन गया है अवैध रेत खनन परिवहन
थाना क्षेत्र में अवैध रेत का खनन परिवहन छोटा अपराध नहीं बल्कि कुछ वर्षों से यह संगठित बड़ा अपराध बन गया है जिसमें रसूखदार लोगों के साथ-साथ धनाढ्य बाहुबली सत्ताधारी विपक्ष सभी की सहभागिता रहती है वर्तमान समय पर अवैध रेत के कारोबार में क्या सत्ता क्या विपक्ष हर कोई इस काम में लगा है और जब भी पुलिस प्रशासन फॉरेस्ट माइनिंग के द्वारा कार्रवाई की जाती है तब यह सारे लोग एक हो जाते और अपने अपने स्तर से दबाव बनाकर अपने कारोबार को निरंतर जारी रखते हैं यहां यह भी सत्य है की इनके कामों में कहीं ना कहीं प्रशासनिक उदासीनता भी होती है आज की घटना से यह साबित होता है कि जब एक अवैध ट्रैक्टर मालिक सहायक उपनिरीक्षक महिला कर्मी एवं प्रधान आरक्षक के होते हुए उनकी गाड़ी से चाबी निकाल लेना -अपना रसूख बताना – बहस करना -और फिर अपनी गाड़ी को रवाना कर के फरार हो जाना वह तो गनीमत थी कि घटनास्थल पर महिला पुलिसकर्मी साथ रहें अन्यथा यदि केवल प्रधान आरक्षक अकेले होता तो ना जाने उसके साथ क्या होता और बाद में भी उस पर क्या-क्या आरोप लगा दिए जाते ??इसके पूर्व भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आती रही और यदि यही हाल रहा तो आने वाले समय में कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है।
पुलिस अधीक्षक से ही है सबको आस
जिले में सूदखोरी के बाद सबसे बड़ा अपराध वर्तमान समय में अवैध खनन परिवहन का है जिस पर रोक लगाना उतना ही कठिन है जितना कठिन सूदखोरी पर रोक लगाना है लेकिन पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के आने के बाद क्षेत्र के लोगों में उम्मीद की किरण नजर आई है लोगों को उम्मीद है कि क्षेत्र में अवैध खनन परिवहन जैसे संगठित राजनैतिक संरक्षण के तहत फल फूल रहे इस अपराध को रोकने में भी सफल होंगे।