अनूपपुर

पीड़ितों की चिटफंड कंपनी रिलायबल क्रेडिट करोड़ों अरबों रुपए लेकर हुई लापता?

फर्जी कंपनी के एजेंट मुरलीधर पाठक निवासी ग्राम भाद जैसे लोग पुलिस कार्यवाही के भय से आज पत्रकारिता का चोला ओढ़ बैठे

पुलिस अधीक्षक से हुई शिकायत, सिंगरौली सहित कई थानों में संचालक एवं एजेंटों के विरुद्ध मामला दर्ज, पर अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी के कालरी कर्मचारीयों को करोड़ों अरबों रुपए का चूना लगाने वाले रीवा नरेश एवं उनके एजेंटों पर अब तक नहीं हो सकी पुलिसिया कार्यवाही, न्याय की आस लेकर बैठे पीड़ित

अनूपपुर/कोतमा। जिला मुख्यालय अनूपपुर के कोयलांचल क्षेत्र में कुछ वर्षों पहले फर्जी चिट फंड कंपनी के संचालक अरविंद त्रिपाठी निवासी रीवा व स्थानीय क्षेत्र के चिन्हित एजेंट द्वारा शासन की आंखों में धूल झोंक कर नियम विरुद्ध बैंकिंग का गोरख धंधा चलाया जा रहा था। कोतमा नगर में चिट फंड फर्जी कंपनी रिलायबल क्रेडिट को-आंपरेटिव सोसाइटी की आलीशान ब्रांच,ऑफिस खोल कर सीधे-साधे अनपढ़ अशिक्षित लोगों को कम वर्ष में जमा रकम राशि को तिगुना चौगुना पैसे देने का लुभावने सपने दिखाकर , शासन से चोरी-छिपे कंपनी पैसे का लेन देन जमा/निकासी का खेल, बैंकिंग के नाम पर खुलेआम नगर में रिलायबल क्रेडिट को-आंपरेटिव सोसाइटी करती रही, प्रशासन को इसकी हवा तक नहीं लगी इससे दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है। इस फर्जीवाड़े खेल में कंपनी के संचालक रीवा नरेश,अरविंद त्रिपाठी के साथ-साथ मुरलीधर पाठक निवासी ग्राम भाद जैसे दर्जनों एजेंटों ने मिलकर हजारों कालरी कर्मचारी के पैसे की धोखाधड़ी की गई,कंपनी पहले कालरी कर्मचारियों को जमा रकम का तीन गुना पैसा देने का लालच देकर लोगो के साथ बहुत बड़ा धोखा व छलावा किया जा रहा था। पीड़ित व्यक्ति तिगुनी रकम पाने के चक्कर में अपनी जीवन भर की जमा पूंजी स्थानीय एजेंटों के भरोसे कई करोड़ों अरबों रुपए जमा कर दिए, लोगों की जमा रकम की बॉन्ड जैसे 3 से 5 वर्षों में पूरी होती है वैसे ही चिट फंड कंपनी रिलायबल क्रेडिट को-आंपरेटिव सोसाइटी के संचालक अरविंद त्रिपाठी रीवा अपने चहेते एजेंट मुरलीधर पाठक भाद सहित दर्जनों एजेंटों के साथ साठगांठ कर नगर में खुली आलीशान ब्रांच पर ताला जड़कर नौ दो ग्यारह हो गए।

रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी में कई अरबों रुपए लोगों के डूबे

रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी के संचालक अरविंद त्रिपाठी निवासी रीवा अपने 7 से 8 मित्रों के साथ मिलकर कूट रचना रचित कर षडयंत्र पूर्वक शासन के बिना अनुमति के पैसे की बैंकिंग कार्य विंध्य क्षेत्र के रीवा,सतना,सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर जैसे शहरों में फर्जी चिटफंड कंपनी अपनी जगह जगह ब्रांच खोल कर मकड़ जाल फैलाना शुरू किया। कोतमा नगर के वार्ड नं 07 बनिया टोला ज्योति पेट्रोल पंप के पास कुछ वर्ष पहले एक प्राइवेट मकान पर रिलायबल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी का ब्रांच ऑफिस खुलवा कर ,कोयलांचल क्षेत्र के हजारों कालरी कर्मचारीयों के साथ पैसे की धोखाधड़ी कम्पनी के संचालक अरविंद त्रिपाठी और मुरलीधर पाठक,अरूण शर्मा,तारा चंद्र, बाल्मिक मिश्रा जैसी चिन्हित एजेंटों के साथ मिलकर पैसे का फर्जीवाड़ा एवं बैंकिंग का कार्य शुरू कर कोतमा, जमुना,भालूमाड़ा, नपा.पसान क्षेत्र,बदरा, बीमा ग्राम, अमलाई पयारी, कदम टोला,फुनगा, पयारी, बिजुरी, राजनगर, आमाडांड, देवगंवा, चुकान, भाद, दरसागर, लातार, निगवानी, पयारी नम्बर 02, फुलवारी टोला, कुहका, खोड़री, हर्री, सेमरा, गोविंदा कॉलरी, पोंडी, चोड़ी इत्यादि जगहों पर रिलायबल क्रेडिट को-आंपरेटिव सोसाइटी अपने चिन्हित फर्जी एजेंटों के माध्यम से हजारों कालरी कर्मचारियों एवं शासकीय सेवानिवृत्त कर्मचारियों से 2 गुना 3 गुना पैसे देने का लालच देकर लोगों की खून पसीने की कमाई करोड़ों अरबों लेकर रफूचक्कर हो गया,

कंपनी का संचालक सहित एजेंट मापदंडों के विरुद्ध करते रहे पैसे की बैंकिंग का कार्य

रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी, रीवा का गठन 1 अगस्त 2013 को किया गया जिसके संचालक अरविंद त्रिपाठी, अवधेश प्रसाद मिश्रा संचालक,जितेंद्र पांडे संचालक, नवीन अग्रवाल संचालक, ऋषि कुमार द्विवेदी संचालक, अहिल्या पांडे संचालक, विद्या सागर शुक्ला संचालक, सौखी लाल कोल संचालक, मयंक कोयनोलकर अध्यक्ष, अंजुला पांडे उपाध्यक्ष, समय लाल साकेत उपाध्यक्ष थे। सभी ने मिलकर रिलायबल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी का कार्य मापदंडों के विरुद्ध जाकर बैंकिंग का कार्य करने पर उतारू हो कर विध्यांचल क्षेत्र के कोने कोने में अपने ब्रांच खोलकर सीधे साधे लोगो के कई अरबों करोड़ों रुपए को जमा करा के हेराफेरी किया गया, आज पीड़ित व्यक्तियों को खुद के पैसे समय पर पाने के लाले पड़ गए हैं, पैसे की खातिर एजेंटों के घरों के चक्कर लगा लगा कर थक चुके, शिकायतकर्ताओं के माथे पर चिंता की लकीर चेहरा देखकर लगाया जा सकता है, किसी को अपने लड़की की शादी की चिंता सताए जा रही है तो किसी को अपने बुढ़ापे का,उनकी जमा पूंजी ही उनके हाथों से पलक झपकते ही सब कुछ फर्जी कंपनी व उक्त कंपनी के स्थानीय एजेंटों ने लूट ली ।

उपायुक्त आयुक्त रीवा ने जांच में पाया कंपनी मे फर्जीवाड़े का खेल

रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी के विरुद्ध कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्था के संयुक्त आयुक्त भोपाल से शिकायत मिलने के बाद फर्म एवं सोसाइटी उपायुक्त,रीवा को जांच के निर्देश दिए गए जांच उपरांत उपायुक्त रीवा ने रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी के संचालक द्वारा उपभोक्ताओं के साथ जालसाजी करने के साक्ष्य पाए गए,उन्हे तत्काल प्रभाव से सोसाइटी के कार्यों पर विराम एवं पैसे के लेनदेन बंद करने के आदेश जारी किए गए। इसके बावजूद कई वर्षों तक कोतमा नगर में कंपनी द्वारा बैंकिंग का कार्य किया जाता रहा। पीड़ित व्यक्ति श्यामदीन पिता ननकू निवासी देवगवा ने बताया कि उसने स्वयं एवं अपने पत्नी गनेशिया केवट, एवं सीतारानी केवट के नाम से फिक्स, पेंशन प्लान के नाम पर कुल 10लाख रुपए की राशि जमा की, वही मोतीलाल निवासी कदम टोला के शख्स ने 17 लाख रूपए फिक्सड एवं 1 लाख रूपये पेंशन प्लान के नाम पर जमा किए, रामदीन केवट पिता गणेश केवट निवासी पडौर ने 10 लाख रूपये की राशि पेंशन प्लान के तहत 2 लाख रूपये फिक्स प्लान के तहत एवं 4.5 लाख रूपये फिक्स प्लान के नाम पर तीन बांड के जरिए जमा किए, हरी लाल केवट पिता छोटेलाल केवट निवासी अमलाई जिन्होने एक बांड के नाम पर कुल 5 लाख रूपये जमा किए, अमृतिया भाई निवासी जमुना कॉलरी जिन्होंने एक बांड के जरिए कुल 1 लाख रूपये की कुल राशि जमा की, दयाचंद केवट पिता प्रेमचंद केवट निवासी पिपराहा जिन्होंने एक बॉन्ड के जरिए अपनी कुल 5 लाख रूपये की राशि जमा की,वही कालरी सेवा निवृत्त कर्मचारी रामप्रकाश गुप्ता निवासी भालूमाडा को एजेंट बनाकर लगभग उनकी भी 10-15 लाख रूपये की राशि को जमा करा कर कंपनी चपत लगा चुकी है अब निवेशक अपने एक-एक पैसे के लिए मोहताज भटकते फिर रहे हैं, वही कंपनी द्वारा कुछ वर्ष पहले पुलिस विभाग में शिकायत होने के बाद कुछ लोगों को छह छह माह में 10 से 20 हजार रुपए उनके खातों में डालकर मुंह बंद करने का षड्यंत्र चला रही है, वही पीड़ित व्यक्तियों द्वारा उक्त मामले को लेकर नवागत पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।

इनका कहना है

यदि इस मामले में शिकायत हुई है तो पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जीतेंद्र सिंह पवार
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर

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