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संतोष चौरसिया

*कालरी प्रबंधन की लापरवाही अनदेखी का शिकार हो रहे श्रमिक*
*काला पानी पीने को कॉलोनी वासी विवस*

संतोष चौरसिया

जमुना कोतमा– अनूपपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाली श्रमिक कॉलोनी कोतमा कालरी टाउनशिप जो की कोयलांचल जमुना कोतमा एरिया का हिस्सा है जहा सैकडो कोयला मजदूर/श्रमिक निवासरत है। आज दूषित पानी पीने को मजबूर है, श्रमिक कालोनी में पीने का साफ पानी नहीं आने से लोग परेशान हैं। लोग गंदे पानी को पीने के लिए मजबूर हैं।इसकी सिकायत सबेरिया आफिस मे की गई थी मगर आज भी पानी की सम्स्या जस कि तस बनी हुई है। यहा तक की वर्तमान विधायक अनूपपुर बिसाहू लाल सिंह ने भी पानी की इस सम्स्या को ले कर प्रबनधन को हिदायत दी थी लेकिन किसी भी तरह का कोई हल नही निकाला गया। कालरी द्वारा पानी की सप्लाई की तो जा रही है लेकिन पाईप लाईन से निकलने वाला पानी बेहद दूषित है और काला है फिल्टर से आने वाली सप्लाई मे पाईप द्वारा आने वाले पानी में आयरन और कोल डस्ट जरूरत से ज्यादा है। जिसके कारण पाईप से निकलने वाला पानी का रंग भी काला दिखाई देता है। ये पानी काला होने के साथ-साथ बारीक मात्रा मे कंकण छोटे छोटे दानों में पाइपलाईन के अंदर जाता है। जिससे पाईप लाईन के जरिए गावं के लोग पानी का उपयोग करते हैं। जिसका स्पष्ट उदाहरण कोतमा कालरी भालू माडा श्रमिक कालोनी के पानी में देखा जा सकता है।

कालरी प्रबंधन की लापरवाही के कारण श्रमिक नगर कालोनी में करीब हजारों लोगो की आबादी दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। नतीजतन श्रमिको को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। दूषित पानी के कारण श्रमिक व उनका परिवार बीमारियों के गिरफ्त में तेजी से आ रहे हैं
*दूषित पानी आने से किया घेराव*
कोतमा कालरी भालूमाडा कॉलोनी के सैकड़ों महिला पुरुषों ने आज दिनांक 17 दिसंबर 2019 को सुबह सिविल ऑफिस कार्यालय का घेराव किया लेकिन वहां पर कर्मचारी पाठक को छोड़कर कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं पहुंचा ज्ञात हो कि अभी 2 दिन पूर्व वर्षा होने के कारण गंदा पानी फिल्टर प्लांट में आ गया और उसी को डायरेक्ट सप्लाई कॉलोनी में किया जा रहा है जिस पानी को पीना तो दूर उस से नहाना भी बीमारी को आमंत्रण देना है
*15 दिन से खत्म है एल एम व फिटकरी*
कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र में जिसे की महारत्न और मिनी रत्न कंपनी का दर्जा प्राप्त है वहां पर इस दूषित और काले पानी की सप्लाई के हकीकत को जानने के लिए जब हमारे संवाददाता ने फिल्टर प्लांट कोतमा कालरी का निरीक्षण किया तो पता चला कि पिछले 15/20 दिनों से पानी में मिलाए जाने वाला एल एम व फिटकिरी ब्लीचिंग पाउडर खत्म है जिससे मिनी रत्न की हकीकत सामने आ गई
*की गई पड़ताल*
कालरी श्रमिकों व हमारे संवाददाता ने जब उक्त काले पानी को सैंपल के रूप में बाटल में भरकर एक्सपर्ट के पास टीडीएस मशीन से जांच कराया गया तो पता चला कि टीडीएस की मात्रा 100होनी चाहिए जबकि यह 156 के आसपास है जिसे भी किसी भी कीमत में पीने योग्य नहीं समझा जा सकता साथ ही इसमें बैक्टीरिया भी पाए गए हैं जिसे की लैब में भेजने के बाद स्पष्ट हो सकेगा
*इनका कहना है*
जब इस पूरे काले पानी सप्लाई की जानकारी क्षेत्र के महाप्रबंधक बी पी सिंह को दिया गया तो उन्होंने पूरी बात सुनी और कहा की जानकारी देने के लिए धन्यवाद मैं उसे दिखाता हूं
बीपी सिंह महाप्रबंधक एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र

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