भारतीय सेना में पदस्थ भालूमाडा का जवान बना सेना का लेफ्टिनेंट
भारतीय सेना में पदस्थ भालूमाडा का जवान बना सेना का लेफ्टिनेंट
संतोष चौरसिया
2005 में सामान्य सैनिक के रूप में भर्ती हुआ था जवान 15 वर्षों बाद बना लेफ्टिनेंट
नगर को किया गौरवान्वित लोगों में खुशी की लहर।
जमुना कोतमा भारतीय सेना में पदस्थ भालूमाडॉ का सैनिक अपनी लगन व दृढ़ इच्छा शक्ति से सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त होकर पूरे क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है।
भालूमाडा वार्ड क्रमांक 18 पीली दफाई निवासी महेश्वरी तिवारी के छोटे बेटे योगेंद्रकुमार तिवारी का सेना में लेफ्टिनेंट के पद पद चयन हुआ है।
वर्ष 2005 में सामान्य सैनिक के रूप में भर्ती हुए योगेंद्र कुमार तिवारी स्कूल शिक्षा के दौरान ही सेना में भर्ती होने की लालसा थी और वर्ष 2005 में योगेंद्र ने सेना में बतौर सामान्य सैनिक के रूप में भर्ती हुआ और तब से लेकर वह लगातार सेना में रहते हुए अपनी उत्कृष्ट सेवाएं देते हुए सेना के उच्च पदों पर देश सेवा करने का जज्बा रखते हुए कठिन परिश्रम करता रहा और पदोन्नत होता रहा और 15 वर्षों तक कड़ा परिश्रम व लगन के साथ देश सेवा में लगे योगेंद्र कुमार को लेफ्टिनेंट जैसे उच्च पदों पर आसीन होने का उसका सपना पूरा हुआ।
योगेंद्र कुमार पिछले वर्ष भोपाल में पदस्थ थे जहां लगभग 6 माह पूर्व ही योगेंद्र कुमार तिवारी का सर्विस सिलेक्शन बोर्ड इलाहाबाद द्वारा चयनित किया गया इसके बाद लगभग 20 दिन पूर्व ही पी सी एस एल कोर्स नंबर 33 के लिए इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में दाखिला मिला जहां योगेंद्र ने सेना को विभागीय चयन में सफल होने के बाद 17 अक्टूबर को योगेंद्र कुमार तिवारी को लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त किया गया देहरादून में ही ट्रेनिंग के समापन पर योगेंद्र कुमार को उच्च स्तरीय प्रदर्शन के लिए “‘कमांडेंट गोल्ड मेडल “” से भी सम्मानित किया गया था।
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जैसे उच्च पद पर योगेंद्र के चयन की खबर से पूरे नगर में खुशी व गर्व का माहौल है योगेंद्र के माता पिता अपने बेटे की इस सफलता से अत्यधिक गौरवान्वित हैं कि उनका बेटा मातृभूमि की सेवा के लिए उच्च पद पर रहकर अपना कर्तव्य निभाएं और मातृभूमि की सेवा करें ।
नगर के लोगों ने भी योगेंद्र की इस सफलता पर बधाई शुभकामनाएं प्रेषित किए हैं