तानाशाह और अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारी का स्थानांतरण 7 दिवस के अंदर नहीं हुआ तो होगा उग्र आंदोलन*
*तानाशाह और अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारी का स्थानांतरण 7 दिवस के अंदर नहीं हुआ तो होगा उग्र आंदोलन*
*समस्त यूनियन ने महाप्रबंधक को दी चेतावनी*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के आमाडाड खुली खदान परियोजना में पदस्थ वरिष्ठ कार्मिक प्रबंधक के द्वारा संयुक्त सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ किए गए दुर्व्यवहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है ज्ञात हो कि पूर्व में संयुक्त यूनियन द्वारा महाप्रबंधक को पत्र लिखकर उक्त अधिकारी को हटाए जाने की मांग की गई थी लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे नाराज होकर संयुक्त यूनियन जिसमें बीएमएस एचएमएस एटक सीटू इंटक के क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार समिति के सदस्यों ने महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र को पुनः पत्र लिखकर बताया कि जमुना कोतमा क्षेत्र में वरिष्ठ प्रबंधक द्वारा संवेदनशील पद पर बैठे हुए जिन अधिकारियों का 3 वर्ष से ऊपर हो गया है उनका अभी तक स्थानांतरण क्यों नहीं किया जा रहा है जिसके चलते जमुना कोतमा क्षेत्र में संवेदनशील पद पर बैठे हुए अधिकारीगण कर्मचारी एवं यूनियन प्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार एवं खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं जिस के संबंध में लगातार मौखिक रूप से क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार सदस्यों के द्वारा श्रीमान को समय-समय पर जानकारी दिया जा रहा है परंतु कोई कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं की गई है जिससे क्षेत्र के श्रमिक एवं यूनियन के पदाधिकारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है
समस्त यूनियन के प्रतिनिधियों ने महाप्रबंधक से अनुरोध किया है कि पत्र डिस्पैच होने के उपरांत 7 दिवस के अंदर यदि संवेदनशील पदों पर बैठे अधिकारियों का स्थानांतरण नहीं होता है तो महाप्रबंधक कार्यालय के पास लाक डाउन का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे अगर किसी प्रकार की शांति भंग होती है तो संपूर्ण जवाबदारी प्रबंधन की होगी जिसकी सूचना महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र के अलावा सीएमडी बिलासपुर कार्मिक प्रबंधक बिलासपुर महाप्रबंधक बिलासपुर डायरेक्टर टेक्निकल थाना प्रभारी भालूमाडा को सूचित कर दिया है