भारी बारिश के कारण बह गई सड़क और पुलिया, गुणवत्ता की खुली पोल
किसानों की फसलो का हुआ भारी नुकसान

राजेश सिंह
अनूपपुर। जिले के अंतिम छोर में बसा एक गांव को जोड़ने वाली बिजुरी से कोठी मुख्य मार्ग पर बनी पुलिया और सड़क भारी बारिश के कारण बह गई, जिस वजह से ग्रामीणो का आवागमन एक-दूसरे क्षेत्र से संपर्क टूटा गया है। बताया जाता है कि लगभग एक साल पहले ही इस पुल का निर्माण प्रधानंत्री ग्राम सड़क योजना से हुआ था, जिसमें ठेकेदार अनिल बिल्डकॉन ने काम किया था। सड़क निर्माण एवं पुल निर्माण के समय गांव वालों ने गुणवत्ताविहीन कार्य की शिकायत भी की थी, एक साल के अंदर ही पुल हल्की बारिश में ही बह गया। जलस्तर बढ़ने से कई गांव का संपर्क टूट गया है साथ ही सैकड़ो किसानो की जमीन बाढ़ प्रभावित हुई है दोनों गांव के किसानों का कहना है कि बरसात में बहे पुल के कारण लगभग सैकड़ों हेक्टेयर भूमि में लगी फसल पूरी तरह चैपट हो गई है। जिससे किसानों के फसल को भारी नुकसान हुआ है। किसान एवं ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग भी की है। जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जहां किसानों के लिए उनकी फसल ही सब कुछ रहती है पर इस बार ठेकेदार की लापरवाही के कारण वह पुलिया ने किसानों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है पहले से ही कम वर्षा के कारण खेती में प्रकृति की मार झेल रहे ग्रामीणों की कमर ठेकेदार की लापरवाही और भ्रष्टाचारी ने पूरी तरह तोड़ कर रख दी। अब ग्रामीण सरकार से फसल नुकसान के मुआवजे की मांग कर रहे है। बहरहाल अब तक न तो प्रशासनिक कोई अमला ग्रामीणों के दुख दर्द को बांटने पहुंचा है ना तो अब तक ग्रामीणों के आंसू पहुंचने हेतु कोई जनप्रतिनिधि सामने आया है वहीं इस मामले में कोतमा विधायक ने कहा कि विधानसभा में इस प्रश्न की बात कहीं। ग्राम पंचायत कोठी एवं क्योंटार के कई दर्जनों गांव का संपर्क टूट गया जिले में तीन दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश से सभी नदी नाले जलस्तर के ऊपर बह रहे। कोठी से क्योंटार नदी के बीच बने पुल पर लंगूरा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई गांव का सम्पर्क भी अवरूद्ध हो गया है। ऐसे स्थानो पर जिला प्रषासन द्वारा गठित की गई आपदा प्रबंधन की टीम को पहुॅचना चाहिए,लेकिन आपदा प्रबंधन की टीम जल प्रवाहित क्षेत्रो में दिखाई नहीं दे रही है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रषासन की आपदा प्रबंधन टीम कितनी सक्रिय है।