अनूपपुर

डोला डूमर कछार बनगवां पंचायतों के रहवासियों को मुख्य मार्ग nh-43 तक जान जोखिम में डालकर करना पड़ रहा सफर

डोला डूमर कछार बनगवां पंचायतों के रहवासियों को मुख्य मार्ग nh-43 तक जान जोखिम में डालकर करना पड़ रहा सफर

डोला डूमर कछार बनगवां पंचायतों के रहवासियों को मुख्य मार्ग nh-43 तक जान जोखिम में डालकर करना पड़ रहा सफर

संजय चौरसिया

रामनगर :- प्रदेश के अंतिम छोर पर बसा ग्राम पंचायत डोला ग्राम पंचायत बनगवां ग्राम पंचायत डूमर कछार के रहवासी हसदेव क्षेत्र के विभिन्न भूमिगत खदानों में कार्यरत हैं ग्राम वासियों और कर्मचारियों को nh-43 मुख्य मार्ग तक जाने के लिए जिससे कर्मचारी हल्दीबाड़ी माइंस कपिलधारा माइंस कुरजा माइंस nh-43 को पार करके अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं कर्मचारी एवं रहवासी जो मनेंद्रगढ़ कोतमा अनूपपुर बिजुरी तक जाने के लिए nh-43 तक आने के लिए सैकड़ों गड्ढे पार करके आवागमन करते हैं इन सड़कों में प्रतिदिन बाइक सवार साइकिल सवार पैदल राहगीर फिसल कर गिरते रहते हैं फिर भी चलने के लिए विवस है साथ ही फोर व्हीलर गाड़ियां बड़ी गाड़ियां आए दिन सड़कों में फंसे रहते हैं इस तरह हसदेव क्षेत्र की सड़क है इन सड़कों में दिन रात कोयले का परिवहन भी होता है जो हल्दीबाड़ी माइंड से राजनगर साइडिंग ओसीएम साइडिंग से दिन-रात परिवहन होता है इसके बावजूद भी प्रबंधन के कानों में जूं तक नहीं रेंगता प्रशासन को कई बार अवगत भी कराने के बावजूद भी प्रशासन के भी कानों में जूं तक नहीं आखिर 3 ग्राम पंचायतों की जनता अपना दुखड़ा किसे सुनाएं जो भविष्य में तीनों ग्राम पंचायत नगर परिषद के रूप में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा भी कर दी गई है इसके बावजूद भी जनता सड़कों के लिए जो मूलभूत सुविधा है जो सुविधा विहीन है

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