*क्रेशर संचालक ने किसानों की जमीन को खोदकर बना दिया टापू*
*क्रेशर संचालक ने किसानों की जमीन को खोदकर बना दिया टापू*
*तहसीलदार व थाना प्रभारी से शिकायत कर किसानों ने लगाई न्याय की गुहार*
जमुना कोतमा अनुविभाग से कोतमा से होते हुए निगवानी जाएंगे तो रास्ते में साधारण पत्थरों (गिटि्टयों) का पहाड़ दिखेगा। सड़क से कुछ ही मीटर दूर गिटि्टयों का यह विशाल पहाड़ वहां रोज होने वाली ब्लास्टिंग से तैयार हुआ है। वहां धरती का सीना चीरकर पत्थर निकाले और क्रेशर से तोड़े जा रहे हैं। फिर उसे विकास कार्य के नाम में उपयोग किया जा रहा है। बांध (तालाब) की जमीन पर ब्लास्टिंग किया जाता है जिससे स्थानी बांध टूट चुका है जिससे ग्रामीण दहशत में है।
ग्रामीणों की निजी पट्टे की भूमि से क्रेशर संचालक द्वारा न केवल अवैध खनन कर उपजाऊ जमीन को खराब किया जा रहा है। बल्कि कई खेतों को गिट्टी से भरे डंपर निकालकर रास्तों में तब्दील किया जा रहा है। इससे न केवल ग्रामीण अपनी जमीन में खेती कर पा रहे हैं, बल्कि खेतों को देखते-देखते तालाब-तलैया की तरह खोदकर नष्ट किया जा रहा है। इससे परेशान किसानों का कहना है कि वैसे ही हमारे पास जमीन नहीं है कुछ भूमि है जिससे ही भरण पोषण चलता है हम शासन द्वारा जारी पट्टे के भूमालिक है, लेकिन अब हमारी जमीन पर दबंग क्रेशर संचालक गोयनका का कब्जा होने से हम भूमि के मालिक केवल कागजों तक सीमित रह गए हैं। ग्रामीणों ने थाना कोतमा सहित तहसीलदार को शिकायत करते हुए ग्राम वासियों का कहना है कि जब खेतों से खुदाई करने व डंपर निकलने का विरोध करते है तो दबंग क्रेशर संचालक द्वारा हमें जान से मारने या बड़े-बड़े लोगों को ठिकाने लगा दिया तुम्हारी क्या औकात की धमकी दी जाती है। इसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही अभी तक नहीं की जा रही है।
*विरोध करने पर मिलती है जान से मारने की धमकी*
ग्राम बिचारपुर,गड़ी, के ग्रामीण मनोज कुमार साहू, मोतीलाल, शेर सिंह, जगदीश प्रसाद साहू बृजेश साहू, कुसुम साहू रामप्रसाद सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि हमारे खेतों के पास खसरा नंबर,574,व 575 के बीच तीली बोई हुई थी नान्हु द्वारा ,क्रेशर संचालित कर किसानों के खेतों से दबंगई कर हम किसानों की जमीन से जबरन डंपर निकाले जा रहे हैं। वहीं सर्वाधिक खुदाई हमारे खेतों में की है। हालात ये हैं कि कई बीघा जमीन पर क्रेशर माफिया कब्जा करे हुए हैं। किसान न तो इसे बेच पा रहे हैं और न ही इसमें खेती कर पा रहे है। क्रेशर संचालक ने ग्रामीणों की पट्टे की भूमि को खोद कर टापू बना दिया है