भोपाल में अपनी माँगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों पर सरकार एवं प्रशासन द्वारा किये बर्बर व्यवहार की कड़ी भर्त्सना*
*भोपाल में अपनी माँगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों पर सरकार एवं प्रशासन द्वारा किये बर्बर व्यवहार की कड़ी भर्त्सना*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा भारतीय महिला फेडरेशन जमुना कोतमा क्षेत्र की महिलाओं मे रामावती यादव के साथ सैकड़ों महिलाओं ने कहा कि अपनी नियुक्ति की माँग कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों पर सरकार के आदेश पर प्रशासन द्वारा किए लाठीचार्ज कर जेल में बन्द किए जाने की कड़ी भर्त्सना करती है
कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को अपनी सेवाएँ देने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को अप्रैल 2020 में कोविड-19 के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा 6113 लोगों को नियमानुसार प्रशिक्षित करने के बाद तीन माह की नियुक्ति की गई जिसे बाद में इस महामारी का प्रकोप देखते हुए इस नियुक्ति को तीन माह के लिए बढ़ाया गया। लेकिन अब इन स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाएँ खत्म की जा रही हैं। अपनी स्थायी नियुक्ति या संविदा पर रखे जाने की माँग को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में विगत तीन दिनों से शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिलने की माँग कर रहे थे। तब 3 दिसम्बर की रात इन स्वास्थ्यकर्मियों पर लाठियाँ बरसाई गईं। जो कि अतिनिन्दनीय काम है।
भारतीय महिला फेडरेशन, मध्य प्रदेश राज्य सरकार के इस घोर निंदनीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करती है एवं कोरोना काल में सेवाओं हेतु नियुक्त किये गए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को तत्काल प्रभाव से स्थायी एवं नियमित कर्मचारी के रूप में नौकरी देने की माँग करती है