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संतोष चौरसिया

चुनौतियां बड़ी हैं तो मुकाबला भी बड़ा होगाकोतमा में सीटू का 13 वाँ राज्य सम्मेलन शुरू

संतोष चौरसिया

जमुना कोतमा सीटू के राज सम्मेलन की शुरुआत 14 दिसम्बर की दोपहर मध्य प्रदेश सीटू के अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी के जोशीले भाषण के साथ हुई । देश की मौजूदा चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह सिर्फ मुट्ठी भर लोगों के फायदे के लिए देश को लूटा जा रहा है, मेहनतकश भारतीयों को चूसा जा रहा है और एकता को विघटित करने की साजिश रची जा रही है । अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय राजनीतिक परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए गोस्वामी ने कहा कि भारत का मजदूर वर्ग अपने संगठित आंदोलन की सौंवी और सीटू की 50वीं सालगिरह वाले वर्ष में इन चुनौतियों को पीछे धकेल कर ही मानेगा ।इसके लिए देश के सारे मेहनतकशों की एकता कायम की जाएगी और इसकी जोरदार अभिव्यक्ति नई साल की शुरुआत में 8 जनवरी को एक ऐसी अभूतपूर्व हड़ताल के साथ होगी जो इससे पहले देश में कभी नहीं देखी गई । 

सम्मेलन का उद्घाटन सीटू की राष्ट्रीय सचिव ए आर सिंधु ने किया । अपने उदघाटन भाषण में उन्होंने कहा कि इसी नवम्बर में आए आंकड़े मोदी सरकार के विकास के असली चेहरे को उजागर करते हैं । इन आंकड़ों के अनुसार देश की ज्यादातर संपत्ति कुछ कारपोरेट कंपनियों के खाते में जाकर जमा हो गई है । अंबानी बेतहाशा अमीर हो गए हैं, अडानी दूसरे नंबर पर आ गए हैं और तो और बाबा रामदेव जैसे भी देश के 10 सबसे धनी लोगों में से एक हो गए हैं । जाहिर सी बात है कि इस तरीके का केंद्रीकरण देश की विराट जनता को कंगाल और बदहाल बना रहा है । 

उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में मंदी जारी है । इससे बाहर निकलने की बजाय सरकार रेल से लेकर तेल तक सारी सार्वजनिक संपदा का निजीकरण कर रही है । जिसकी वजह से आने वाले दिनों में मंदी और ज्यादा गहरी होगी । उन्होंने कहा कि मंदी का समाधान बहुत आसान है , केवल तीन कदम ; सभी को रोजगार दिया जाए, उन्हें न्यूनतम वेतन दिया जाए, किसान को उसकी फसल के दाम दिया जाए ; उठाकर मंदी को दूर किया जा सकता है । मगर ऐसा करने के बजाय एक तरफ सरकार  रिजर्व बैंक के सुरक्षित भंडार में से पौने दो लाख करोड़ रूपया निकालकर कॉर्पोरेट को दे रही है वहीं दूसरी ओर देश की रक्षा के लिए हथियार बनाने वाले कारखानों तक को निजी हाथों में सौंप रही है ।

सिन्धु ने कहा कि इन नीतियों को अगर नहीं हटाया गया तो आने वाले दिन इस देश और उसकी जनता के लिए बेहद संकट के दिन होंगे ।

सीटू के राष्ट्रीय सचिव तथा मध्यप्रदेश के प्रभारी डॉ कश्मीर सिंह ठाकुर भी सम्मेलन में तीनों दिन रहेंगे ।

सम्मेलन के उदघाटन सत्र में सीटू राज्य महासचिव प्रमोद प्रधान ने 8 जनवरी की अखिल भारतीय हड़ताल के समर्थन का प्रस्ताव रखा । जिसे ऐतिहासिक रूप से कामयाब बनाने का संकल्प लिया गया ।

एटक के वरिष्ठ नेता अजीत कुमार जैन, 

इंटक के उपेन्द्र तिवारी , एच एम एस के विजय सिंह आदि ने सम्मेलन को शुभकामनाएं दी । 

तीन दिन तक चलने वाले इस 13वे राज्य सम्मेलन की शुरुआत एसईसीएल के अनूपपुर जिले में स्थित जमुना कोतमा एरिया में बनाये गए वरिष्ठ सीटू लेता आर एन घोष की स्मृति को समर्पित परिसर में हुई । सम्मेलन स्थल को सीटू के पूर्व राज्य महासचिव औऱ खासकर कोयला श्रमिको के अप्रतिम नेता एस कुमार के चित्रों से सजाया गया था ।

इसी परिसर में नारों की गूंज के बीच प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी लेना सीटू का झंडा फहराया और सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत का ऐलान किया । सम्मेलन ने सबसे पहले शहीदों और दिवंगत नेताओं को श्रध्दांजलि दी ।

यह सम्मेलन 16 दिसम्बर तक जिस 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षता में चलना है इसमें गोस्वामी सहित डॉ विष्णु शर्मा, सुबीर तालुकदार, विद्या खंगार तथा अमृतलाल विश्वकर्मा आदि शामिल है ।

सम्मेलन की मेजबानी कोयला श्रमिक संघ के केंद्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव की अगुआई में बनी अनूपपुर जिले के मजदूर कर्मचारियों की साझी स्वागत समिति कर रही है ।

सम्मेलन के दूसरे दिन सीटू के राज्य महासचिव प्रमोद प्रधान ने पिछले तीन वर्षों की रिपोर्ट रखी जिस पर प्रदेश भर से आये प्रतिनिधि दो दिन तक 

चर्चा कर अपना नया नेतृत्व चुनेगी ।

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