आमाड़ांड ओसीएम बना भ्रष्टाचार की खदान प्रबंधन के नियम विरुद्ध कार्यशैली की होगी शिकायत
आमाड़ांड ओसीएम बना भ्रष्टाचार की खदान
प्रबंधन के नियम विरुद्ध कार्यशैली की होगी शिकायत 
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा आमाड़ांड ओसीएम खदान ज़मुना कोतमा क्षेत्र मे अपने भ्रष्ट कार्य पद्धति के कारण श्रामिकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है निजी लाभ के लिये ज़ानबूझकर कैंटीन और उत्खनन से ई & एम विभाग सभी जगह भ्रष्टाचार कर कंपनी और क्षेत्र को आर्थिक क्षति पहुचा रहा है नोचा – नोची के खेल मे प्रबंधन नियम-कायदों का भी धज्जियां उडा रही है कैन्टीन का ठेका किशोर नामक व्यक्ति को दिया गया है परंतु पिछले छह माह से कोई और व्यक्ति कैंटीन को संचालित कर तय दर से ज्यादा मूल्य में खाद्य सामग्री का विक्रय कर श्रमिकों का शोषण कर रहा है यह कहकर सच्चाई से नही भाग सकता है कि नही मालूम या किशोर ही चला रहा है क्योकि खान के 450 कर्मचारी अधिकारी की नजरें और जुबान इसका गवाह है रोड सेल पहले से चर्चित हैं किन्तु प्रबंधन अवैध वसूली को भी जगजाहिर खुद ही दो बाहरी व्यक्तियों को कॉल स्टॉक में तैनात किये जाने से कर रहा है एक व्यक्ति सुबह से दोपहर तक एवं दूसरा व्यक्ति दोपहर से शाम तक गलत कार्य करता है जो बाद में प्रबंधन के साथ बंदरबाट होता है खान के उत्खनन विभाग का एक इंजीनियर जो वर्षों से स्टोर का प्रभारी है, वह भ्रष्टाचार का पर्याय बन हुआ है कई बार इसके कुकृत्यों की शिकायत होने के बाद भी संरक्षणकर्ताओं के कृपा से इसके विरुद्ध कोई कार्यवाही उच्च प्रबंधन नही करता है, जिससे यह स्वयं को भस्मासुर मानता है इसका कार्य सिर्फ फर्जी नोटशीट और सप्लाई आर्डर बनाकर लोकल परचेजिंग करना है इसके ओसीएम के पूरे कार्यकाल में हुए शावेल, पी सी और बैको के समान की खरीदी की जांच से सच्चाई सामने आ जायेगी श्रमिकों ने तय किया है कि यदि खदान प्रबंधन भृष्टाचारी गतिविधियों पर यदि अंकुश नही लगता तो अतिशीघ्र उच्च प्रबंधन, सतर्कता और सी वी सी से साक्ष्य के साथ शिकायत करेंगे