*उपक्षेत्रीय प्रबंधक प्रबंधक दे रहे भ्रष्ट कर्मी को बढ़ावा* *फोरमैन के बचाव में नही कर रहे कार्यवाही*
*उपक्षेत्रीय प्रबंधक प्रबंधक दे रहे भ्रष्ट कर्मी को बढ़ावा*
*फोरमैन के बचाव में नही कर रहे कार्यवाही*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के कोतमा गोविंदा उपक्षेत्र के उपक्षेत्रीय प्रबंधक श्री आखरे दर्जनों कर्मचारियों की शिकायत और शिकायत पर जांच उपरांत क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा दोषी फोरमैन अनंत गर्ग के विरुद्ध कार्यवाही की अनुशंसा का अवहेलना कर श्री आखरे अनंत गर्ग के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नही किये जाने से उपक्षेत्र के समस्त श्रमिकों में श्री आखरे के प्रति रोष इतना है कि किसी भी दिन उग्र धरना प्रदर्शन श्रमिकों द्वारा किया जा सकता है। शिकायत पर जांच क्षेत्र के कार्मिक प्रबंधक शर आर के चतुर्वेदी द्वारा किया गया। जिसमें अनंत गर्ग के विरुद्ध किये गए शिकायत को सही पाया गया। कार्यवाही हेतु महाप्रबंधक संचालन ने डिस्पैच क्र 630 और क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक ने डिस्पैच क्र 688 के पत्र के अनुसार अनंत गर्ग के विरुद्ध कार्यवाही हेतु कोतमा गोविंदा उपक्षेत्र के उपक्षेत्रीय प्रबंधक को सेंट्रल डिस्पैच क्र 541 दिनांक 18/09/2020 के माध्यम से पत्र प्रेषित किया। किन्तु अभी तक एक दोषी को शरण देकर भ्रस्टाचार को बढ़ावा दे रहे है या स्वयं इनका कोई हित सन्निहित है तभी दोषी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
मामला यह है कि गोविंदा साइडिंग में पदस्थ फोरमैन अनंत गर्ग अपने अधीनस्थ कार्यरत श्रमिकों पर दबाव बनाता रहता है कि मुझसे अपना बीमा करवाओ उसके बदले संडे ड्यूटी दूंगा। जब कोई श्रमिक अनंत गर्ग से बीमा करवाता है तब साल भर बाद पुनः नया बीमा करवाने का दबाव बनाना शुरू कर देता है। इससे श्रमिक अपने आर्थिक मजबूरी से मनाही कर देता है या कोई इनकार कर देता है। फिर यह होता है कि अनंत गर्ग उस श्रमिक को संडे ड्यूटी बंद कर डयूटी में परेशान करना और गाली-गलौज करना शुरू कर देता है। अनंत गर्ग के इस आचरण से त्रस्त होकर श्रमिकों ने अधिकारियों से कई बार मौखिक और लिखित शिकायत किया, किन्तु प्रबंधन द्वारा इसे संरक्षण प्राप्त होने से इसके विरुद्ध कोई कार्यवाही नही किया गया। जब पानी श्रमिकों के ऊपर से बहने लगा एवं इसके प्रताड़ना से तंग हो गए तब दिनांक 05/09/2020 को सामूहिक तौर पर एक पत्र लिखकर इसके कारनामों का शिकायत किया गया किस प्रकार से हम सभी श्रमिकों को यह ड्यूटी के दौरान प्रताड़ित करता आ रहा है। इस शिकायत के बाद अनंत गर्ग अपने बचाव ।के अपने आचरण के अनुसार खुराफाती बुद्धि का उपयोग कर एक षणयंत्र किया एवं उस षणयंत्र में अपने सहकर्मी फोरमैन जगन्नाथ वर्मा का सहयोग लेकर शिकायतकर्ताओं में से एक शिकायतकर्ता श्री राजेन्द, पंप ऑपरेटर के नाम से कूटरचित पत्र खान प्रबंधक को जगन्नाथ वर्मा को कार्यालय भेजकर दिनांक 14/09/2020 को डिस्पैच करवाया। जिसमे लिखा था कि मैं राजेन्द अनंत गर्ग के विरुद्ध मेरे द्वारा किया गया शिकायत को वापस लेता हूं । यह पत्र राजेन्द्र द्वारा लिखा गया है इसको सिद्ध करने के लिये एक महिला कर्मचारी राधा का भी हस्ताक्षर फर्जी किया गया कि मेरे सामने राजेन्द्र ने पत्र लिखा है। जब इसकी भनक राजेन्द्र को लगी तब राजेन्द्र ने इसकी शिकायत पत्र लिखकर दिनांक 16/09/2020 को खान प्रबंधक से किया कि मैंने इस प्रकार का कोई भी पत्र नही लिखा और न ही अपना शिकायत वापस लिया है। मेरे नाम और फर्जी हस्ताक्षर से अनंत गर्ग या उस फर्जी पत्र को डिस्पैच करने गए जगन्नाथ वर्मा द्वारा कूटरचना किया गया जिसका जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही किया जाय। राजेन्द्र द्वारा प्राप्त शिकायत पर मीरा खान के प्रबंधक ने जब राजेन्द्र और राधा से जानकारी लिया तब राधा ने बताया कि अनंत गर्ग ने एक पत्र में मुझसे दबाव डालकर दस्तखत करवाये थे। मुझे नही पता कि उसमें क्या लिखा था। राजेन्द्र ने बताया कि मेरे फर्जी दस्तखत कर शिकायत वापस लेने का पत्र मेरे द्वारा लिखा ही नही गया है।
अतः उपक्षेत्रीय प्रबंधक श्री आखरे एक भृष्ट फोरमैन के विरुद्ध कार्यवाही कर प्रबंधन की छवि को धूमिल होने से बचाकर श्रमिकों के मध्य न्यायिक मूल्यों को स्थापित करें