आपदा को अवसर में बदला सेल्समैन सैकड़ों हितग्राहियों के राषन का किया गबन राशन पाने चक्कर लगा रहे हितग्राही
रिपोर्टर समर बहादुर सिंह
राजनगर। कोरोना काल के इस विसम परिस्थिति में कुछ लोग आपदा को अवसर बनाने में प्रयोग कर रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण राजनगर शासकीय उचित मूल्य की दुकान में देखा जा सकता है जहां पर सेल्समैन द्वारा मौके का फायदा उठाकर लगभग सैकड़ों हितग्राहियों के तकरीबन 30 से 35 क्विंटल राशन का गबन कर लिया गया जिसे पाने के लिए हितग्राही चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार शासन द्वारा हितग्राहियों को एक साथ 3 महीने का निशुल्क राशन देने को कहां गया था जहां जब हितग्राही अपना राशन लेने शासकीय उचित मूल्य की दुकान राजनगर पहुंचे तो वहां के कोटेदार लोकेश पांडे द्वारा यह कहा गया कि एक साथ लोगों को 2 माह का राशन देने के कारण आप लोगों का राशन अभी आने के बाद मिलेगा। इसी बीच लोकेश पांडे का स्थानांतरण रविनगर के लिए हो जाता है जहां 14 मई को रमेश यादव के द्वारा पदभार ग्रहण करने के पश्चात जब लोग अपने हिस्से का राशन लेने शासकीय उचित मूल्य की दुकान पहुंचते हैं तो पता चलता है लोगों का मई महीने का राशन निकल चुका है जिससे लोग अचंभित रह जाते हैं और जब इस बात की जानकारी लेते हैं तो वर्तमान कोटेदार द्वारा लोगों को यह बताया जाता है कि आपका राशन पूर्व के कोटेदार द्वारा निकाल लिया गया है धीरे धीरे सभी लोग पहुंचने लगते हैं जिनकी संख्या सैकड़ों के पार है और अब यह लोग अपने राशन को पाने के लिए भटक रहे हैं। जिसको देखते हुए आवश्यकता इस बात की है कि इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन द्वारा लोगों को राशन उपलब्ध कराया जाए नहीं तो यह गरीब इस आपदा में भूखों मरने की स्थिति में होंगे क्योंकि ना तो यह गरीब कहीं मजदूरी कर पाए हैं जिसके कारण शासन द्वारा मिलने वाली राशन ही इनका सहारा है और ऐसे में इनकी राशन का गबन करना बेसहारा लोगों को भूखों मरने के लिए बेबस होना पड़ेगा। इस संबंध में जब वर्तमान कोटेदार रमेश यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा 14 मई को पदभार ग्रहण किया गया है जिसके पश्चात राशन आने में विलंब हुआ और जब राशन वितरण होना प्रारंभ हुआ तो लोग मई का राशन हम से मांगने लगे जो पूर्व के कोटेदार द्वारा सर्वर डाउन होने का बहाना बना कर आहरण कर लिया गया है। क्योंकि उक्त राशन ना तो हितग्राही को मिला है। और ना ही मेरे को एस्टक के रूप में दिया गया है। वही इस संबंध में तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा की आप ने जानकारी दी है पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।