छत्तीसगढ़

कोल इण्डिया चेयरमैन ने श्रमिक संघों/फेडरेशनों द्वारा 2, 3 एवं 4 जुलाई 2020 को किए जाने वाले हड़ताल को वापस लेने की अपील

राजेश सिंह

बिलासपुर। कोलइण्डिया लिमिटेड एवं उसकी अनुषंगी कम्पनियों में श्रमिक संघों/फेडरेशनों द्वारा 2, 3 एवं 4 जुलाई 2020 को किए जाने वाले हड़ताल को वापस लेने की कोल इण्डिया चेयरमैन द्वारा अपील हाल ही में भारत सरकार द्वारा वाणिज्यिक माईनिंग का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय एवं अन्य कुछ मांगों के लिए विभिन्न केन्द्रीय श्रमिक संघों/फेडरेषनों द्वारा 2, 3 एवं 4 जुलाई 2020 को सीआईएल के विभिन्न अनुषंगी कम्पनियों में तीन दिवसीय हड़ताल का आव्हान किया है। यह हड़ताल मुख्य रूप से सरकार के नीतिगत निर्णयों से संबंधित है।  कोयला देश ०की ऊर्जा जरूरतों के लिए आवश्‍यक है एवं औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 के तहत कोयला उद्योग को सार्वजनिक उपयोगिता सेवा के रूप में घोषित किया गया है। अतः यह हड़ताल पूर्णतः अवैध होगी एवं इस हड़ताल में शामिल होने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध समुचित कार्यवाही की जाएगी।  इस हड़ताल के संबंध में श्री प्रमोद अग्रवाल, चेयरमेन, कोल इण्डिया लिमिटेड ने सभी कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों/फेडरेषनों से पुर्नविचार करने और हड़ताल के नोटिस वापस लेने की अपील की है। उन्होंने आव्हान किया है कि कोल इण्डिया एवं उसके सभी अनुषंगी कम्पनियों के सारे कर्मी एक साथ आकर देष की ऊर्जा आवश्‍यकताओं को पूरा करने में पूर्ण सहयोग करें।

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