जिलाध्यक्ष के ट्रांसफर से शिक्षकों में खलबली

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ बलौदाबाजार के जिलाध्यक्ष एवं संकुल प्राचार्य नंदलाल देवांगन के प्रशासनिक ट्रांसफर से शिक्षा विभाग कसडोल में हड़कंप मच गया है। आज सुबह जब से ट्रांसफर आदेश वायरल हुआ है तब से शिक्षकों के बीच एक ही चर्चा है कि इतना अच्छा काम करने वाले और अपने विषय के एकमात्र व्याख्याता का ट्रांसफर जबरन कैसे किया जा सकता है? क्या व्यक्तिगत द्वेष छात्रहित से बढ़कर हो सकता है? क्या सिर्फ वैचारिक मतभेदों के कारण प्राचार्य का ट्रांसफर कर छात्रों की पढ़ाई बर्बाद किया जाना उचित है? ऐसे अनेक प्रश्नों का जवाब ढूंढने की कोशिश कसडोल विकासखण्ड के शिक्षक कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि नंदलाल देवांगन कसडोल विकासखण्ड के अध्यक्ष थे तो उनके द्वारा अनगिनत ऐसे कार्य किए गए हैं कि शिक्षकों को उनका ट्रांसफर नागवार गुजर रहा है। साथ ही साथ शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मड़कड़ा के छात्र छात्राओं का कहना है कि हम अपने शिक्षक को जाने नही देंगे चाहे इसके लिए हमें कुछ भी करना पड़े। नियमानुसार ऐसे किसी शिक्षक का ट्रांसफर नहीं किया जाना है जिससे उस विद्यालय में उस विषय के शिक्षक की संख्या शून्य हो जाए। ऐसे में जबरन ट्रांसफर शासन के नियमों की अवहेलना मात्र है।