नगर को विकास की एक नई दिशा दिया जाएगा : यशवंत सिंह
नगर के विकास में कोई भी बाधा नहीं बन सकता

राजनगर। नगर परिषद राजनगर जिसे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने नगर परिषद का दर्जा देकर यहां के लोगों के मन में एक नई ऊर्जा का संकेत दिया है और परिषद के गठन के पश्चात में यहां की जनता ने हमें नगर परिषद के प्रथम नगर अध्यक्ष बनने का का गौरव दिया है ।जिसके कारण हमारा फर्ज बनता है कि हम यहा की जनता को एक अलग पहचान दें जिसके पहल में परिषद द्वारा कार्यों को गति देते हुए विकास के कई आयाम दिए जा रहे हैं परिषद नई होने के कारण कई संसाधनों की कमी है फिर भी नगर परिषद द्वारा वार्ड नंबर 13 में जहां पर आदिवासी एवम बैगा जनजाति के लोग रहते हैं जा आजादी से आज दिनांक तक पानी की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी जहां 2 स्थानों पर पानी टंकी निर्मित कर आदिवासी लोगों को पानी दिया जा रहा है, वार्ड नंबर 2 में आमजन एवं लोगों के मनोरंजन के लिए एक छोटा सा पार्क का निर्माण किया गया है, तो वार्ड नंबर 2 में ही मुख्यमंत्री आश्रय स्थल के साथ-साथ संजीवनी क्लीनिक भी बनाया जा चुका है वहीं पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए देश के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप न केवल परिषद में 500 से अधिक वृक्ष लगाए गए हैं बल्कि उनको संरक्षित भी किया गया है स्वच्छता के रूप में हमारी परिषद एक नया पहचान बनाने का प्रयास कर रही है जहां हर गली मोहल्ले के साथ-साथ मुख्य सड़कों की सफाई कराई जा रही है तो बिजली के रूप में भी हर वार्डों में लाइट पहुंचाई जा रही है हमारी परिषद कालरीकी लीज ली हुई जमीन पर बसी हुई है जहां नगर के विकास में कुछ बाधाएं आ रही हैं लेकिन यहां की जनता को हम विश्वास दिलाते हैं कि हम जिला प्रशासन के साथ नितांत संपर्क बनाए हुए हैं जिनका समाधान कर आने वाले समय में हम नगर के विकास को और गति देंगे वही कुछ नगर विरोधी एवम स्वार्थी लोगों को जो अपने निजी जी स्वार्थों के कारण नगर परिषद की छवि को खराब करने लगे हैं उसका भी विशेष प्रभाव नहीं पड़ता और यदि जनता का साथ रहा तो आने वाले समय में नगर के लोगों को विकास अपने आप दिखेगा वर्तमान में इंजीनियर की स्थाई पदस्थापन न होने कारण के कई निर्माण कार्य स्वीकृत होने के पश्चात भी नहीं हो पा रहे हैं जिस संबंध में भी समस्या का समाधान कर जल्दी नगर के निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।