सिंगल यूज़ प्लास्टिक उपयोग बंद करने को लेकर पसान में कार्यशाला का हुआ आयोजन
सुरेश शर्मा/ राजेश सिंह

सिंगल यूज़ प्लास्टिक उपयोग बंद करने को लेकर पसान में कार्यशाला का हुआ आयोजन
भालूमाड़ा— स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत सिंगल यूज़ प्लास्टिक के विरुद्ध जागरूकता एवं निकाय क्षेत्र अंतर्गत होटल स्कूल हॉस्पिटल शासकीय कार्यालयों विद्यालयों और व्यापारी संघों के लिए त्रैमासिक रैंकिंग के लिए कार्यशाला का आयोजन 25 सितंबर को नगर पालिका पसान कार्यालय में किया गया
जिम्मेदारों ने बनाई दूरी
स्वच्छता सर्वेक्षण के त्रैमासिक रैंकिंग में मुख्य रूप से निकाय अंतर्गत सबसे बड़ी आबादी व सबसे बड़े क्षेत्रफल में फैले एसईसीएल प्रबंधन एसईसीएल क्षेत्रीय चिकित्सालय जमुना एवं भालू माडा शाखा प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक जमुना कॉलरी कोतमा कालरी व समस्त स्कूलों के प्राचार्य पोस्ट ऑफिस जमुना कॉलरी कोतमा कालरी व्यापारी संघ भालूमाडॉ एवं जमुना कॉलरी साथ ही पूरे क्षेत्र में होटल मालिक व अन्य लोगों को बैठक में लिखित रूप से आमंत्रित किया गया था लेकिन उक्त बैठक में केवल दो-चार शिक्षकों को छोड़कर कोई भी आना जरूरी नहीं समझे ।
इतना ही नहीं नगर पालिका परिषद पसान में आयोजित इस बैठक में मात्र 3 पार्षद ही नजर आए बाकी पार्षद तक उपस्थित नहीं हुए यहां तक कि बैठक में नगरपालिका उपाध्यक्ष भी नदारद रही।
कार्यशाला में नगरपालिका के उपयंत्री व स्वच्छता अभियान के नोडल अधिकारी अविनाश मरकाम ने शासन द्वारा सिंगल योज लास्टिक के प्रतिबंध एवं होने वाले नुकसान के विषय में जानकारी प्रदान की साथ ही बताया कि राज्य शासन द्वारा आगामी 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती पर पूरे प्रदेश से सिंगल यूज़ प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया जाना है जिसमें पन्नी डिस्पोजल थाली गिलास पानी बॉटल यहां तक कि कार्यालयों में उपयोग होने वाले प्लास्टिक स्टेशनरी को भी बंद किया जाना है जिस संबंध में शासन के दिशा निर्देशों की विधिवत जानकारी उपयंत्री द्वारा प्रदान की गई जिसमें महत्वपूर्ण रूप से दुकानों में बिकने वाली पन्नी आम तौर पर उपयोग की जाने वाली ऐसी प्लास्टिक की चीजें जिन का उपयोग एक बार किया जाता है इन सभी चीजों का उपयोग ना किया जाए उनके स्थान पर अन्य विकल्प मौजूद हूं तो उनका प्रयोग किया जाए पन्नी की जगह थैले का प्रयोग हो या कागज के ठोगे में दुकानदार सामग्री दे क्योंकि पन्नी व प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से यह हमारे जीवन में गंभीर समस्याओं को जन्म दे रहा है आज इन प्लास्टिक की चीजों के कारण ही तरह-तरह की बीमारियां फैल रही हैं स्वच्छता अभियान में सबसे बड़ा बाधक यही पन्नी और प्लास्टिक हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए संधान ट्रस्ट के सीईओ डॉ राकेश रंजन ने बताया कि भारत में प्रतिदिन प्लास्टिक के माध्यम से कितना टन कचरा निकल रहा है और उसका दुष्परिणाम हमारे जीवन में किस तरह से पड़ रहा है पूरी दुनिया में जब प्लास्टिक का उपयोग शुरू हुआ तब बहुत अच्छा सभी ने महसूस किया था लेकिन उसका दुष्परिणाम क्या होगा इसको लेकर किसी ने सोचा नहीं था लेकिन अब यही प्लास्टिक हमारे जीवन के लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है इसको बंद करने तथा आने वाले समय में किस तरह से उसकी जगह पर अन्य थैलों का उपयोग किया जाना है उस पर विस्तार से डॉ राकेश रंजन ने सभी लोगों के समक्ष जानकारी रखी झोला बैंक और कागज के थैलों के निर्माण में क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा और उसकी उपयोगिता से प्लास्टिक से निर्मित सामग्री कैसे बंद होगी इसको लेकर सभी के समक्ष राकेश रंजन ने अपनी बातें रखी आने वाले समय में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के दुष्परिणाम को बताया उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 6 तरह के प्लास्टिक पर अभी बैन लगाया है और उसको लेकर अभी से सभी इस अभियान में लगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी
कार्यशाला में उपस्थित प्रचार्य सी यल यादव ने भी प्लास्टिक व पन्नी के उपयोग से होने वाले नुकसान को बताया साथ ही कहा कि इसके लिए हम स्वयं जागरूक हो तभी यह संभव है यदि हम स्वयं मन में ठान ली कि हमें पन्नी का उपयोग नहीं करना है तभी जाकर हम इस अभियान में सफल होंगे और दूसरों को भी बता सकेंगे कार्यक्रम में राजेंद्र गुप्ता ने भी प्लास्टिक व पन्नी के बंद होने को बेहतर बताया साथ ही उन्होंने कहा कि जब यह सारी चीजें नुकसानदायक है इन पर प्रतिबंध है इनके उपयोग को बंद करना है तो सरकार उन उद्योगों को पूरी तरह बंद क्यों नहीं करती यदि प्लास्टिक की वस्तुएं पन्नी का उत्पादन ही नहीं होगा तो बिकेगी कैसे इसलिए सबसे जरूरी है कि इन उत्पाद को ही बंद किया जाए इनका उपयोग अपने आप बंद हो जाएगा कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकार राजेश सिंह राजेश सिंह ने भी प्लास्टिक पन्नी के प्रतिबंध को स्वच्छता अभियान के लिए जरूरी बताया साथ ही निकाय द्वारा शासन के दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन ना करते हुए स्वच्छता अभियान के नाम पर खानापूर्ति करने भर से अभियान सफल नहीं होगा पसान नगर पालिका में सबसे ज्यादा कालरी क्षेत्र है यहां के दुकानदार व्यापारी हैं जो आम जनों से जुड़े होते हैं पन्नी प्लास्टिक निर्मित वस्तुओं के उपयोग ना करें उनसे होने वाले नुकसान तथा उनके उपयोग के विकल्प के लिए व्यापारियों का महत्वपूर्ण रोल है लेकिन कार्यशाला में पूरे पसान से ना तो एक भी व्यापारी और ना ही कालरी प्रबंधन के लोग आए जबकि सभी को पत्राचार कर सूचना दी गई थी इतना ही नहीं शासन द्वारा पन्नी पर प्रतिबंध है लेकिन नगर पालिका द्वारा आज तक नगरी क्षेत्र में पन्नी के खिलाफ एक भी कार्यवाही नहीं की गई जिससे ना तो आम लोगों में नगर पालिका प्रशासन का भय है और ना ही उन्हें किसी प्रकार का डर यही कारण है कि पसान नगर पालिका में शासन के दिशा निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं। ऐसे में पसान नगर पालिका क्षेत्र कैसे स्वच्छता अभियान के रैकिंग को पार कर पाएगा यह हम सब को सोचना पड़ेगा
अंत में नोडल अधिकारी द्वारा उपस्थित जनों को स्वच्छता अभियान की शपथ दिलाई गई साथ ही पसान नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुमन गुप्ता पसान सी एम ओ आर एस हलवाई ने उपस्थित जनों को कपड़े के बने थैले प्रदान कर उनसे पन्नी या प्लास्टिक की वस्तुओं के उपयोग न करने की अपील की गई।