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विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस का किया गया आयोजन

200 से अधिक आशा कार्यकर्ता एवं आशा सुपरवाइजर को किया गया प्रशिक्षित

अनूपपुर। प्रणाम नर्मदा युवा संघ एवं स्वास्थ्य विभाग अनूपपुर के संयुक्त तत्वाधान में विश्व माहवारी स्वच्छता जागरूकता दिवस के अवसर पर माहवारी स्वच्छता जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला चिकित्सालय अनूपपुर में किया गया, जिसमें अनूपपुर विकासखंड की 200 से अधिक आशा कार्यकर्ता एवं आशा सुपरवाइजर को माहवारी स्वच्छता, सामाजिक एवं परंपरागत रूडीवादी अभ्यास, कुरुतियों एवं अंधविश्वास के विषय में जागरुक एवं प्रशिक्षित किया गया, आशा कार्यकर्ता समुदाय में प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में कार्य करती हैं, गर्भधात्री माताएं एवं गर्भवती महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओं से लेकर अन्य स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं के कंधों पर होती है जिसका सकारात्मक परिणाम समय-समय पर देखने को मिलते हैं इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए आशा कार्यकर्ताओं को माहवारी स्वास्थ्य तथा स्वच्छता के प्रति जागरूकता तथा प्रशिक्षण प्रदान किया गया ताकि समाज में जाकर समुदाय स्तर पर जागरूकता फैलाने का कार्य कर सकेंगे, जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकेगा, यह कार्यक्रम संकल्प ग्रुप आफ कॉलेज के विशेष सहयोग से संपन्न हुआ।

मिशन निरोग नारी के माध्यम से किया जा रहा जागरूक

प्रणाम नर्मदा युवा संघ विगत 4 वर्षों से मिशन निरोग नारी का संचालन कर रहा है जिसमें माहवारी स्वच्छता को बढ़ावा देने तथा अंधविश्वासों और सामाजिक रूढ़िवादी अभ्यास के उन्मूलन का कार्य किया जा रहा है, संस्था द्वारा ग्रामीण तथा जनजातीय अंचलों में सामुदायिक तथा विद्यालय के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, समय-समय पर सेमिनार तथा वर्कशॉप के माध्यम से भी महिलाओं तथा पुरुषों को जागरूक किया जाता है। निरोग नारी केंद्र के माध्यम से ग्रामीण तथा जनजाति महिलाओं को निशुल्क सैनिटरी पैड भी उपलब्ध कराया जाता है।

महावारी पर करें खुलकर बात

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए के अवधिया ने बताया कि माहवारी कोई बीमारी नहीं है वरन यह एक सामान्य प्रक्रिया है जो एक स्वस्थ महिला में प्रदर्शित होता है, माहवारी के दौरान स्वास्थ्य की विशेष देखभाल करने की आवश्यकता होती है, स्वास्थ्य विभाग इस पर लगातार कार्य कर रहा है आशा कार्यकर्ता इसकी प्राथमिक कड़ी के रूप में कार्य कर रहे हैं जिसे और सबल बनाने की आवश्यकता है।

महावारी के वैज्ञानिक प्रक्रिया को समझने की आवश्यकता

सिविल सर्जन डॉ एस बी अवधिया महावारी के वैज्ञानिक प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझाया साथ ही महावारी के दौरान स्वच्छता ना रखने पर होने वाली बीमारियों और उसके दुष्परिणाम पर विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया, माहवारी चक्र को समझाते हुए स्वस्थ स्त्री के माहवारी लक्षणों का विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया साथ ही महिलाओं में माहवारी के दौरान होने वाले मनोवैज्ञानिक परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला।

आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका पर चर्चा

यूनिसेफ भोपाल की सामाजिक व्यवहार परिवर्तन अधिकारी मोनिका मौर्या द्वारा आशा कार्यकर्ताओं की समुदाय स्तर पर जागरूकता तथा स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की भूमिका पर प्रकाश डाला गया साथ पीरियड फ्रेंडली वर्ल्ड थीम पर भी जानकारी प्रदान किया गया, यूनिसेफ भोपाल से पोषण विशेषज्ञ पुष्पा अवधिया द्वारा महिलाओं में महावारी के दौरान पोषण के महत्व पर विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया।

यह रहे उपस्थित

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अवधिया, सिविल सर्जन जिला अस्पताल अनूपपुर, जिला खनिज अधिकारी आशालता वैद्य, सामाजिक कार्यकर्ता स्मिता अखिलेश, पर्यावरणविद संजय प्यासी, बीपीएम नेहा मिश्रा, बीसीएम प्रतिमा जी, अनिता पटेल, प्रणाम नर्मदा युवा संघ से विकास चंदेल, हरीश कुमार धुर्वे, निधि सिंह राठौर, संतोषी सिंह राठौर, पवन गुप्ता, रामनारायण पटेल, संजू यादव, भारत पटेल, ज्योतिरूपा बर्मन, निवेदिता राव, संगीता मौहारी, सहित संकल्प महाविद्यालय के शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।

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