खटीक समाज का अखिल भारतीय अखिल भारतीय स्थापना दिवस कार्यक्रम संपन्नःजिले के सहायक प्राध्यापक भी अतिथि के रूप में रहे मौजूद

अनूपपुर। अखित भारतीय खटिक समाज उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित तृतीया स्थापना दिवस का आयोजन 1 मार्च को चन्दौली उत्तर प्रदेश में किया गया। अनूपपुर जिले के इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के अंग्रेेजी और विदेशी भाषा विभाग अंमरकंटक मप्र के सहायक प्राध्यापक डाॅ. संतोष कुमार सोनकर इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में मंचासीन हुए। विद्या. परिषद सदस्य उप्र सरकार विद्यासागर सोनकर मुख्य अतिथि तथा दिलीप सोनकर, सदस्य खादी ग्रामोद्योग उप्र सरकार डाॅ. प्रेमशकर राम डाॅ. अषोक सोनकर, बी.एच. यू. बतौर विशिष्ट वक्ता, डाॅ. सिद्धार्थ सोनकर, डाॅ. पंकजमोहन सोनकर विशिष्ट अतिथि मंचासीन रहे। भारत के कई राज्यो के खटीक विरादरी लोगों का समागम रहा। अम्बेडकरवादी विचार चर्चा का केन्द्र रहा। डाॅ. सन्तोष कुमार सोनकर नें शिक्षित होने, संगठित रहने तथा संघर्ष करने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डाॅ. अम्बेडकर ने विचारों से ही नौकरी मिली है अगर उनके विचारों के प्रचार-प्रसार की वहज से नौकरी चली भी जाय तो मंजूर है। इन्होंने संत रविदास की पंक्तियां उद्घृट किया। रविदास जन्म के कारनै, होत न कोऊ नीच नकर कू नीच करि डारिहैं, ओहे करम के कीच। इस ऊँच नीच की भावना का विरोध करते हुए उन्हें गुंण की पूजा करने पर जोर दिया। मंच का संचाकन दिलीप सोनकर ने किया।