*सचिव खुद करना चाहती है सप्लाई का काम* *सकोला सचिव साधना अहिरवार की कार्यशैली से सरपंच सहित सभी परेशान*
*सचिव खुद करना चाहती है सप्लाई का काम*
*सकोला सचिव साधना अहिरवार की कार्यशैली से सरपंच सहित सभी परेशान*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी जनपद पंचायत बदरा अनूपपुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सकोला जहां पर की सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिले और मूलभूत सुविधा में विस्तार हो जो की पंचायती राज का उद्देश भी है जिसे पूरा करने के लिए वर्तमान समय में मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार भरसक प्रयास कर रही है कि अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को शासकीय योजनाओं का लाभ मिले लेकिन इसके ठीक विपरीत पंचायत में बैठे लोग ही सारी योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं इसका ज्वलंत उदाहरण अभी ग्राम पंचायत सकोला का सामने आया है जहां पर पदस्थ महिला सचिव साधना अहिरवार कभी भी पंचायत में नहीं बैठती और अगर महीने में एक आद दिन पंचायत आ गई तो बड़े भाग्य की बात है जिससे सरपंच चोखे सिंह सहित सहित ग्रामीण जन काफी परेशान नजर आते हैं क्योंकि वह जब भी अपना छोटा मोटा काम लेकर पंचायत पहुंचते हैं तो वहां पंचायत से सचिव महोदय नदारद रहती हैं और उन्हें फोन लगाने पर ही फोन नहीं उठाती हैं इस संबंध में जब सरपंच चोखे सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि भैया हम खुद परेशान हैं सचिव महोदय हमारी सुनती ही नहीं है हमने जब इसका कारण जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि पहले सचिव का काम धाम ठीक रहता था लेकिन पिछले कुछ महीनों से उसके कार्य में बदलाव आ गया है जिससे आमजन काफी परेशान हैं यहां तक कि मनरेगा का भुगतान व अन्य निर्माण कार्यो का भुगतान नहीं हो पा रहा है जो कि पूरा हो गया है उन्होंने बताया कि इसका प्रमुख कारण यह है कि सचिव महोदय पंचायत के समस्त निर्माण कार्यों में स्वयं मैटेरियल सप्लाई करना चाहती है जिसे हम लोगों द्वारा पूरा नहीं किए जाने पर वह तरह तरह से लोगों को परेशान कर रही है सचिव महोदय को जबकि शासन द्वारा जनता का काम करने के लिए बकायदा तनखा दिया जाता है लेकिन उन्हें शायद रातों-रात बड़ा आदमी या अधिक धन कमाने की लालसा ने आमजन को परेशान कर रखा है इस संबंध में जब सचिव से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरी शिकायत तुम्हें जहां करना है कर दो मैं कोई भी काम नहीं करूंगी मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है सरपंच सहित गांव के सैकड़ों लोगों ने उच्चाधिकारियों से मांग किया है कि उक्त सचिव को हटाकर दूसरे सचिव की पदस्थापना की जाए ताकि गांव का कामकाज सुचारू रूप से चल सके
*इनका कहना है*
क्या बताऊं मैं खुद सचिव से परेशान हूं एक तो पंचायत नहीं आती और जब आती है तो कोई काम हो तो उसे सुनती नहीं है अब शासन-प्रशासन ही इसमें कुछ करें तभी जनता का भला होगा
चोखे सिंह सरपंच ग्राम पंचायत सकोला