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भारत का संविधान भारत का सर्वोच्च विधान है-दिनेश विश्वकर्मा

छात्र-छात्राओं ने रैली निकाल कर नारे के साथ किया नगर भ्रमण

अनूपपुर। जिले के नेहरू युवा केन्द्र के डिप्टी डायरेक्टर आर.आर. सिंह एवं लेखा एवं कार्यक्रम सहायक मनीष चौहान के कुशल मार्गदर्शन में 26 नवम्बर को शासकीय मॉडल स्कूल जैतहरी के प्राचार्य कमलेश राठौर ने ज्ञान की देवी माॅ सरस्वती जी व डाॅ. भीमराव आम्बेडकर के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलित कर संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। आनंदम सोशल वेलफेयर सोसायटी के संचालक दिनेश विश्वकर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को बताया कि भारत का संविधान भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। जबकि 26 जनवरी का दिन भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। डाॅ. भीमराव आम्बेडकर को भारतीय संविधान का प्रधान वास्तुकार या निर्माता कहा जाता है। भारत के संविधान का मूल आधार भारत सरकार अधिनियम 1935 को माना जाता है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतान्त्रिक देश का सबसे लम्बा लिखित संविधान है। श्री विश्वकर्मा ने अपने षब्दों के कहा कि हम भारत के लोग भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करते हैं। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आनंदम सोशल वेलफेयर सोसायटी के संचालक दिनेश विश्वकर्मा, विकासखंड समन्वयक खेल एवं युवा कल्याण विभाग जैतहरी स्टेट रेफरी नेशनल ट्रेनर दिनेश सिंह चंदेल, शासकीय मॉडल स्कूल के प्राचार्य कमलेश राठौर, शिक्षक जफर खान स्कूल के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। साथ ही साथ संविधान दिवस अमर रहे, डॉक्टर भीम राव आंबेडकर अमर रहे रैली निकाल कर छात्र-छात्राओं ने नारे लगाकर नगर भ्रमण किया।

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