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जमुना कोतमा में श्रमिकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ टी.ए.,मेडिकल बिल,एल.टी.सी का नही हो रहा भुगतान

जमुना कोतमा में श्रमिकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़
टी.ए.,मेडिकल बिल,एल.टी.सी का नही हो रहा भुगतान
एच.एम.एस मांग पूरा न होने पर करेगा धरना पर्दशन
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा क्षेत्र के कोयला मजदूर सभा /एच एम एस के महामंत्री श्री विक्रम प्रसाद ने क्षेत्रीय महाप्रबंधक को दिनांक 24/08/2020 को पत्र लिखकर मांग किया है कि क्षेत्र में विगत छह माह से श्रमिको के यात्रा भत्ता, चिकित्सीय व्यय और एल टी सी का भुगतान प्रबंधन नही कर रहा है। साथ ही दूसरे पत्र में शिकायत करते हुए मांग किया है कि क्षेत्र में श्रमिकों के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है क्योकि इलेक्ट्रीशियन, फिटर और हेल्परों के पास खान में नितांत मूलभूत आवश्यक औजार तक प्रबंधन अपने श्रमिकों को उपलब्ध करवा पाने में असक्षम है और ऊपर से उत्पादन एवं सुरक्षा अधिकतम होने की उम्मीद रख अनावश्यक दबाव बनाने से रजनीश सिंह जैसे कर्तव्य निष्ठ मेहनती कामगार को मौत के मुँह में डालकर उत्पादन वृद्धि की उम्मीद बेमानी तथा श्रमिकों के साथ ज्यादती है। क्षेत्रीय अध्यक्ष श्रीकांत शुक्ल जी ने बताया कि आज क्षेत्र दुर्दशा की चरम सीमा में है। उद्योग अनवरत चलाने के इलेक्ट्रीशियन और फिटर के पास प्लायर्स, पेचकस, पाना, टेप तक प्रबंधन उपलब्ध करवाता नही है, सुरक्षा उपकरण तो दूर की बात है। रोज सुरक्षा शपथ करवाना और फोटोग्राफी केवल दिखावा एवं प्रबंधन के बचाव का नाटक है। श्रमिक अपने पैसे से खान में रोज उपयोग में आने वाले काम करने के टूल्स तक स्वयं खरीदते है अन्यथा प्रबंधन उन्हें संडे ड्यूटी नही देने डर दिखाता है। क्षेत्रीय वर्कशॉप में तत्कालीन इंजीनियर के पास रखा ” नो टच वोल्टेज मीटर” और डिस्चार्ज रॉड, सेफ्टी बेल्ट इलेक्ट्रीशियन को उपलब्ध करवाया जाता तब शायद श्री रजनीश की मौत नही होती। आगे श्रीकांत जी ने बताया श्री रजनीश सिंह की मौत के कुछ दिन बाद ही 5/6 खान में एक अप्रेंटिस कर रहे छात्र की करंट लगने से जान जाते जाते बची। आखिर क्यों ऐसा हो रहा है। क्षेत्र में सैकड़ो इंजीनियर और टेक्निकल जानकर होने के बाद भी क्या फिर कोई रजनीश सिंह भ्रष्टाचार की बलि चढ़ेगा। इतना ही नही क्षेत्र के श्रमिकों को यात्रा भत्ता मेडिकल बिल और एल टी सी का भुगतान नही कर रहा है अर्थात श्रमिक बीमार होकर बाहर इलाज करवाने भी न जाय। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार क्षेत्र को मुख्यालय से आवंटित 500 से ज्यादा गमबूट क्षेत्रीय बित्त प्रबंधक द्वारा कम करवा दिया गया। जबकि क्षेत्र के श्रमिक समय पर पर्याप्त गमबूट न मिलने से अपने पैसे से गमबूट खरीद कर पहनते हैं। खानों में आवश्यक छोटे मोटे सामग्री के अभाव में खानों में उत्पादन ठप्प हो जाता है किंतु क्षेत्रीय बित्त प्रबंधक फाइलो को रोक देते हैं। क्षेत्रीय वित्त प्रबधक के कारण आज पूरा क्षेत्र निम्नतम उत्पादन कर क्षेत्र को घाटे में ला खड़ा कर दिया है। जब क्षेत्र वही खान वही है, काम करने वाले श्रमिक वही है तब सिद्ध होता है कि क्षेत्र के प्रबंधन की कुनीतियों के कारण क्षेत्र गर्त में जा रहा है। चरणजीत सिंह जैसे भ्रष्ट उपकर्मिक प्रबंधन को संरक्षण देकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में प्रबंधन व्यस्त और मस्त है, उसके क्रियाकलापों की जांच करवाने की बात दूर है। 03 वर्ष से ज्यादा समय एक ही इकाई में पदस्थापना को चरणजीत सिंह को हो चुका है फिर भी सतर्कता विभाग के निर्देशों का खुला उल्लंघन हो रहा है। प्रबंधन की भ्रष्ट नीतियों के विरोध में क्षेत्र के समस्त संघों ने जे सी सी, वेलफेयर और क्षेत्रीय सुरक्षा समिति सदस्यों ने सभी निरीक्षण और बैठक का बहिष्कार कर रखा है। प्रबंधन आपात बैठक कर कभी नही जानना चाहा कि आखिर क्यों ऐसा सभी संघ कर रहे है। प्रबंधन उल्टा खुश है कि उनके भ्रष्टाचार में रोक टोक करने वाले दूर है। जबकि यदि समय पर आई आर और अन्य निरीक्षण बैठक होता तो रजनीश सिंह की मौत न होती बल्कि सुरक्षित कार्य पद्धति से उत्पादन में वृद्धि होता।
उपरोक्त सभी कारणों से कोयला मजदूर सभा(एच एम एस) श्रमसंघ ने महाप्रबंधक से मांग किया है कि यदि 07 दिनों के भीतर श्रमिको के काम के सहूलियत के आवश्यक औजार, उपकरण, टूल्स उपलब्ध नही करवाता और एल टी सी, टी ए एवं मेडिकल बिल का भुगतान नही होता है तब संघ विवश होकर महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष कोविड़-19 के संबंध में जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए धरना प्रदर्शन मजदूर हित में करेगा

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