संतोष चौरसिया
*चोरों का आतंक लगातार पांचवें दिन बिजली सब स्टेशन में चोरी*
*कोतमा पुलिस निष्क्रिया आई सामने*
*अंधेरे में रहने को मजबूर कॉलोनी ग्राम वासी*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा इन दिनों कोतमा थाना अंतर्गत आने वाली कालरी श्रमिक कॉलोनी श्रमिक नगर पकरिया में चोरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि एक-दो दिन नहीं लगातार पांचवे दिन भी कालरी के बिजली विभाग का तार व खंभे काटकर चोरी कर ले जाया गया और आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई और कालरु प्रबंधन द्वारा थाने में चोरी गए सामान की मात्र एक आवेदन पत्र देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली जाती है और पुलिस की निष्क्रियता ही कहेंगे इसे की लगातार पांच दिन चोरी होने के बाद भी किसी तरह की कोई कार्यवाही पुलिस द्वारा नहीं की गई है जिसके पीछे कहीं कोई राज तो नहीं है कि इतने भारी भरकम बिजली का पोल और तार काट कर ले जाना वह भी चालू लाइट में इतना आसान बात तो नहीं है यही हाल बदरा सवेरिया के अंतर्गत विद्युत सब स्टेशन का है जो कि थाना भालूमाडा के अंतर्गत आता है वहां भी आए दिन चोरी होते रहती है जिसका खामियाजा वहां पर निवास करने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है क्योंकि जब तक कालरी प्रबंधन नया पोल और तार लाकर खड़ा करता है तब तक बिजली और पानी की सुविधा बाधित रहती है श्रमिक नगर वासी तो इस समस्या से परेशान होकर केवल अपना बाल ही नोण सकते हैं और पुलिस को कोसते हैं इसके अलावा कर भी क्या सकते हैं बदरा बीमा ग्राम श्रमिक नगर के रहवासियों ने पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से मांग किया है कि रात्रि में इन क्षेत्रों में विशेषकर विद्युत सबस्टेशन श्रमिक नगर बदरा फिल्टर प्लांट में पुलिस गश्ती लगाया जाए और उन चोरों को पकड़ा जाए नहीं तो हम रहवासी वृहद आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन व कालरी प्रबंधन की होगी और वहीं पर दूसरी तरफ लगता है कि कालरी को भी लगातार नए खंभे व तार चोरों को चोरी करने के लिए लगाया जा रहा है जिससे भी कॉलरी को लाखों रुपए की क्षति हो रही है क्षेत्र की जनता ने एसईसीएल के महाप्रबंधक बीपी सिंह से भी मांग किया है कि वे अपने सुरक्षा विभाग को सक्रिय करें जिससे कि चोरी की घटनाएं बंद हो सके इस संबंध में जब बिजली विभाग के सुपरवाइजर लक्ष्मी पांडे से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि भैया चोर हथियार से लैस हो कईयों की संख्या में आते हैं और यहां पर एक दो लोग ही रहते हैं जिन्हें बंधक बनाकर चोरी घटना को अंजाम दे दिया जाता है हम क्या कर सकते हैं पुलिस को कई बार पत्र लिखा जा चुका है लेकिन कोई सहयोग नहीं मिल रहा है