क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक नवांगतुक महाप्रबंधक की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न
क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक नवांगतुक महाप्रबंधक की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न

क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक नवांगतुक महाप्रबंधक की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न
राजनगर कालरी -l आज राजनगर उप क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय में हसदेव क्षेत्र स्तरीय संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक हसदेव क्षेत्र के नव पदस्थ महाप्रबंधक यूटी कंनजकर की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में हिन्द मजदूर सभा की ओर से श्रमिकों एवं क्षेत्र से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई से संबंधित कई बिंदुओं पर चर्चा की गई जैसे क्षेत्र की विभिन्न इकाइयों में जो भी पानी के स्त्रोत है उन्हें श्रमिक कालोनियों में लाया जाये,इस संबंध में झखड़ाखाण्ड, हल्दीबाड़ी, मगरदहा और राजनगर में उपलब्ध पानी को प्रयोग में लाने की बात की गई। इसी तारतम्य में कपिलधारा और बिजुरी कालरी में पीने की समस्या पर भी चर्चा हुई।
बिजली पर बढ़ते दबाव और जले हुये ट्रान्सफ़ार्मरों की रिपेयरिंग के साथ कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी खर्च भुगतान तथा नगरीय निकायों द्वारा कराधान को समायोजित करने की बात रखी गई। नालियों में पड़ी पीने के पानी की पाइप लाइनों और ओवरहेड टैंक में पीने के पानी के कनेक्शन की बात रखी गई। महिला श्रमिकों की पदोन्नति नही होने की बात प्रबंधन के संज्ञान में लाई गयी।
मई 2015 के बाद माइनिंग सरदार से ओव्हरमैन ग्रेड “बी” में पदोन्नति न होने की बात प्रबंधन के संज्ञान में लाई गयी।ओव्हरमैन ग्रेड बी से ए तथा ए + में पदोन्नति में अवसर की कमी और विसंगतियों की बात भी प्रबंधन के संज्ञान में लाई गयी। माइनिंग सरदार सर्टिफिकेट होल्डर्स की पदोन्नति न करने की बात प्रबंधन के संज्ञान में लाई गयी। फोरमैन, इलेक्ट्रिक्ल सुपरवाइजरों की डीपीसी नहीं करने की बात भी संज्ञान में लाई गयी।सभी पदों को पदोन्नति द्वारा नहीं भरा गया है यह तथ्य भी संज्ञान में लाया गया। चिरिमिरी और अंतरराज्यीय श्रमिकों की आवाजाही में हो रही दिक्कतें, क्वैरैन्टीन अवधि का वेतन ,तत्कालीन आपदा में अपने राज्यों की इकाई में डियुटी करने हेतु अनुमति की बात रखी गई।ओपेन कास्ट के श्रमिकों को क्षेत्र से स्थानांतरित न करने पर भी चर्चा हुई। सेन्ट्रल हास्पिटल मनेंद्रगढ़ और हसदेव क्षेत्र की स्वास्थय समस्याओ में गुणवत्तापूर्ण सुधार हेतु ध्यान आकर्षित किया गया। खदानों में सामानों की कमी और सर्फेस श्रमशक्ति पर भी चर्चा हुई। ठेकेदारी मजदूरों के सही और नियमित वेतन और सीएमपीएफ़ के रिकार्ड हेतु चर्चा हुई। रविवार और ओव्हरटाईम में कठोर कटौती, उत्पादन के दिन रविवार को डियूटी न देना औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 की धारा 25 एम का उल्लंघन है कि जिस दिन प्रतिष्ठान अपना ब्यापार करता है कालरी के संदर्भ में कोयला उत्पादन और विक्रय/डिस्पैच करता है उस दिन किसी श्रमिक को काम से मना नहीं किया जा सकता है। इसलिये रविवार के दिन सभी को डियूटी दी जाये।
महाप्रबंधक ने हिन्द मजदूर सभा के सुझावों को गंभीरता से सुना और विचार करने का आश्वासन दिया ।
अपनी प्राथमिकतायें स्पष्ट करते हुये महाप्रबंधक ने कहा कि हसदेव को आठ हज़ार टन उत्पादन जुलाई के प्रथम सप्ताह तक करना है इस हेतु प्रति मशीन 10 टन प्रति शिफ्ट उत्पादन बढ़ाने का कार्य मजदूरों के साथ करना है,यहां के मजदूरों में क्षमता है कौशल है और साहस है उनके साथ काम करना होगा। कोरोना चुनौती से कार्य संपादन और सामान बेल्ट आदि के प्रबंधन में नये तरह की चुनौतियों के बाद भी हम आगे बढ़ सकते हैं ,साइडिंग में हो रहे डैमरेज को कम से कम करना है तथा क्वालिटी डिड्क्शन रोकना , झिरिया वेस्ट ओपेनकास्ट को प्रारंभ करने की प्रक्रिया को तेज़ करना , राजनगर ओपेन कास्ट को अधिक स्ट्रिपिंग रेशियों और वित्तिय बाधाओं के कारण कान्ट्रैक्चुअली प्रारंभ करने का काम करना . महाप्रबंधक ने यह भी कहा कि
इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में सभी श्रम संगठनों, अधिकारियों और श्रमिकों की सहयोग की कामना उनके द्वारा की गई और कहा कि श्रमिकों की समस्याओं को भी प्राथमिकता से हल किया जायेगा, महाप्रबंधक के इन प्राथमिकताओं को भी सुनकर क्षेत्र के सभी श्रम संगठनों ने सहयोग का आश्वासन दिया।