प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात ही तोड़ा जाए राम मंदिर
जनता का निर्णय ही प्रशासन का निर्णय होगा:एसडीएम
राजनगर। नगर परिषद डोला अंतर्गत राजनगर खुली खदान परियोजना संचालित है जहां उक्त परियोजना नगर की धरोहर कहे जाने वाले राम मंदिर के निकट आ पहुंची है इसके नजदीक ब्लास्टिंग करने से मंदिर क्षतिग्रस्त हो रहा है वही उक्त स्थान पर कोयला होने से मंदिर को हटाया जाना आवश्यक हो गया है जिसे लेकर अनूपपुर कलेक्टर के निर्देशन में एसईसीएल प्रबंधन द्वारा एसडीएम कोतमा श्री तिर्की की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन राम मंदिर प्रांगण रामनगर में किया गया जिसमें एसईसीएल प्रबंधन राज्य शासन के प्रतिनिधि नगर के निर्वाचित प्रतिनिधि मंदिर समिति के सदस्य महंत पत्रकार एवं आम जनों ने भाग लिया था जहां पर मंदिर को स्थानांतरित करने को लेकर सभी के सुझाव मांगे गए थे जहां पर सभी ने अपने-अपने सुझाव रखे जिसमें प्रमुख रूप से जो बातें सामने आई उसमें यह की राम मंदिर नगर की धरोहर है जिसे सुरक्षित रखना सभी का कर्तव्य किंतु कोयला भी हमारे देश के लिए आवश्यक है जिसको देखते हुए मंदिर को स्थानांतरित किया जा सकता है लेकिन लोगों ने कहा कि सर्वप्रथम प्रबंधन द्वारा मंदिर का निर्माण चिन्हित स्थान पर कराकर उसकी प्राण प्रतिष्ठा करा कर भगवान की प्रतिमा स्थापित की जाए इसके पश्चात उक्त मंदिर को तोड़ा जाए और जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक खान नियमों के तहत मंदिर के आसपास खनन कार्य नहीं किया जाए आदि बातें आम जनों द्वारा रखी गई। इसके पश्चात एसडीम कोतमा श्री तिर्की ने कहा कि मंदिर निर्माण एवं मंदिर स्थानांतरण के संबंध में जो निर्णय जनता लेगी वह ही निर्णय प्रशासन का होगा। इस अवसर पर एसडीएम तिर्की के अलावा राजनगर खुली खदान परियोजना के उप क्षेत्रीय प्रबंधक सुनील प्रसाद जी एम ऑपरेशन संजय सिन्हा खान प्रबंधक दीपक बेंजामिन अध्यक्ष प्रतिनिधि सुरेश कोल उपाध्यक्ष रविशंकर तिवारी वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेमचंद यादव राजधार दुबे ओम प्रकाश सिंह शैलेंद्र सिंह राहुल सिंह संतोष यादव सहित नगर परिषद के पार्षद एवं आम जनता उपस्थित रहे।