
भालूमाडा। समाज में इंसान रूपी हैवानो की कमी नहीं है जिन्हें इंसान कहना भी इंसानियत का अपमान है इसी तरह की हैवानियत की घटना भालूमाडॉ थाना अंतर्गत ग्राम सकोला से सामने आई जहां एक इंसान रूपी हैवान मूक मवेशी के साथ अप्राकृतिक कृत्य करते पाया गया। भालूमाडा थाने के उप निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मिश्रा ने बताया कि 22 सितंबर को सकोला निवासी रामप्रसाद कोल पिता ललन कोल उम्र 36 वर्ष ने थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई कि 21 सितंबर की रात लगभग 10 बजे वह और उसका परिवार खाना खाकर सो रहा था तभी उसके कमरे के बगल में मवेशियों के सार से मवेशियों की आहट सुनाई पड़ी उसे लगा कि कोई मवेशी छूट गया होगा और लड़ रहे होंगे तब उसने मवेशी को बांधने के लिए उठा और टार्च लेकर सार गया जहां पर देखा कि उसके गांव का हीं रामकरण चैधरी नग्न अवस्था में गले में गमछा डाले हुए गाय के साथ गलत कार्य कर रहा था जो उसको देखकर हड़बड़ा कर नग्न अवस्था में ही भाग दिया रामप्रसाद में पास जाकर देखा तो गाय जमीन पर बैठी थी और उसके आगे का एक पैर गाय के गर्दन पर फंसा था जिससे गाय उठ नहीं पा रही थी संभवत आरोपी ने गाय के पैर को उसके गर्दन में फंसा दिया था जिससे गाय उठ ना सके तब रामप्रसाद ने गाय का पैर सीधा कर पड़ोस के लोगों को बताया उस समय रात के 11 बजे रहे थे और पानी भी तेज गिर रहा था पड़ोस के लोगों ने आक्रोशित हो रामकरण की तलाश भी किए लेकिन वह नहीं मिला दूसरे दिन सुबह रामप्रसाद थाने पहुंचकर घटना की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज कराई जहां थाने में अपराध क्रमांक 390/19 कायम कर जांच में लिया गया। जिसकी जांच स्वयं एसआई मिश्रा द्वारा की गई जांच में घटना अपराध प्रमाणित पाए जाने पर आरोपी रामकरण चैधरी उर्फ मुन्ना पिता हुकुम दास उम्र 39 वर्ष निवासी साकोला के खिलाफ धारा 377 आईपीसी कायम कर आरोपी की तलाश की जाती रही। इस बीच 1 अक्टूबर को खबर मिली कि आरोपी रामकरण सकोला में देखा गया है जहां पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायालय द्वारा आरोपी की जमानत रद्द कर दी गई आरोपी को जेल भेजा गया।