श्रम संघ ने सीएमपीडीआई के विलयीकरण एवं अन्य मांगो के विरोध में किया हड़ताल
श्रम विरोधी कानून को लागू करने के विरोध में की नारेबाजी

रिपोर्टर@समर बहादुर सिंह
राजनगर कॉलरी। कमर्शियल माइनिंग, कोल ब्लॉकों को निजी हाथो में सौंपने, काम के घंटे बढ़ाए जाने तथा सीएमपीडीआई के विलयीकरण के विरोध आदि मांगों को लेकर समस्त श्रम संघ द्वारा संयुक्त रुप से तीन दिवसीय हड़ताल करने का निर्णय लिया गया था जिसका असर हसदेव क्षेत्र अंतर्गत राजनगर कोयलांचल की कोयला खदान में भी देखने को मिला जहां पर श्रम संघ द्वारा की गई हड़ताल शत्-प्रतिशत सफल नजर आयीं। जिसमें राजनगर आर. ओ. की तीन कोयला खदानों 5/6,7/8 एवं झिरिया खदान सहित राजनगर खुली खदान परिजनों में काम पूरी तरह से बंद रहा, जहां उत्पादन के साथ-साथ श्रम संघ द्वारा आवश्यक सेवाएं बंद करने का भी निर्णय लिया गया था जिससे आवश्यक सेवा में लगे कर्मचारी भी काम पर नहीं गए, जिससे खदान सत प्रतिशत बंद रही जिससे कोयले का एक टुकड़ा भी उत्पादन नहीं किया जा सका वैसे तो श्रमिकों द्वारा पहले से ही 3 दिन काम पर न जाने का निर्णय ले लिया गया था। फिर भी कोई कामगार काम पर न जाए, इसके लिए श्रम संघ के प्रतिनिधियों द्वारा सुबह से ही खदान के मुहाने पर जाकर भारत सरकार के खिलाफ श्रम विरोधी कानून को लागू करने के विरोध में नारेबाजी की गई। इस दौरान श्रम संघ प्रतिनिधियों में कामरेड कन्हैया सिंह, असरार अहमद सिद्धकी, जेपी श्रीवास्तव, आनंद सिंह, रामू यादव, एच.एन. पांडे सहित अन्य मजदूर नेता उपस्थित रहे। वही हसदेव क्षेत्र में कार्यरत सीएमपीडीआई कैंप में भी कर्मचारियों ने हड़ताल का समर्थन किया और सीएमपीडीआई में भी कोई कर्मचारी काम पर नहीं जाकर हड़ताल को सफल बनाया यहां पर भी सभी यूनियनों के नेताओं ने 3 दिन तक काम पर नहीं जाने का ऐलान किया है।