
रजिस्ट्रार के बिना की गई जमीन की खरीद-फरोख्त
प्रदेश सरकार एक ओर भू-माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फरमान जारी की है तो वहीं प्रमाणित दस्तावेजों के होने के बाद भी ऐसे जाल साज भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई ना होना अपने आप में कई सवाल खड़े करते हैं कलेक्टर के आदेश के बाद भी दोषियों के विरुद्ध आज तक अपराध पंजीबद्ध नहीं किया गया तथा नटवरलाल की पूरी टोली खुलेआम घूम रही है जैतहरी पुलिस आखिर कब तक जांच विवेचना के नाम पर आरोपियों को बचाने का काम करेगी।
अनूपपुर। मध्यप्रदेश की विधानसभा में प्रश्न लगने के बाद अनूपपुर कलेक्टर ने जैतहरी स्थित एक फर्जी तरीके से की गई जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले को कई अधिकारियों की टीम गठित करके जांच कराई तो पूरे मामले में भू माफिया के काली करतूतों का काला चिट्ठा खुलकर सामने आ गया यहां तक कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश भी दिए गए, लेकिन जैतहरी पुलिस आज भी कुंभकरण निद्रा में सोयीं हुई है और जालसाजओं को अभय दान देने का प्रयास कर रही है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में शहडोल संभाग के आईजी ने अनूपपुर पुलिस अधीक्षक को दोषियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करने का आदेश दिया है, लेकिन आज भी जैतहरी पुलिस जांच विवेचना का हवाला देकर अपराध पंजीबद्ध करने में लापरवाही बरत रही है।
दस रुपए में हो गया लाखों का सौदा
एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी इसी तर्ज पर लाखों रुपए के टैक्स की चोरी करते हुए बिना रजिस्ट्रार कार्यालय के पंजीयन और अनुमति के अपनी सरकार चलाते हुए केवल 10 रुपए के स्टांप पेपर में शहर के अंदर लाखों रुपए की कीमत की जमीन और मकान की खरीद बिक्री कर ली और असली भूस्वामी आज भी दर-दर की ठोकरें खाता फिर रहा है नगर पंचायत जैतहरी के वार्डक्रमांक-03 में स्थित खसरा नं. 337/1 ख पर निर्मित दुकान व भवन तथा खाली भूमि का नामांतरण फर्जी तरीके से इसकी टोपी, उसके सर की तर्ज पर जालसाजी के तहत् 10 रूपए के स्टाम्प में जमीन की लाखों रूपए में बिक्री कर दी।
सरकारी खजाने को लगाया चूना
जमीन खरीद बिक्री मामले में सरकार के खजाने को भी लाभ पहुंचता है साथी जमीन क्रेता तभी उस भूमि का मालिक कहलाता है जब वह सरकारी नियमों का पालन करते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय के माध्यम से कोई जमीन की खरीदी की हो लेकिन यहां पर सरकारी दफ्तर को दरकिनार करते हुए फर्जी तरीके से जमीन की खरीद बिक्री हो जाती है और भूमाफिया उसका लाभ भी लेने लगता है जालसाजो ने जैतहरी नगर के रहने वाले विष्णु कुमार जैन की जमीन वार्ड क्रमांक-03 स्थित खसरा नं.-337/1 ख पर निर्मित भवन व खाली भूमि की बिक्री संजीव चंदेल द्वारा नंदलाल सोनी को बिक्री कर दिया गया। इसके बदले लाखों रूपए का सौदा इस जमीन का संजीव चंदेल ने करके ले लिया और उक्त भवन और जमीन को 10 रूपए के स्टाम्प में फर्जी तरीके से नंदलाल सोनी को बिक्री कर दिया। वहीं इस पूरे खरीद-परोख्त का कोई भी रिकार्ड रजिस्टार कार्यालय में दर्ज नहीं कराया गया।
तैयार किया फर्जी दस्तावेज
नगर पंचायत जैतहरी में राजस्व विभाग का काम देखने वाले दीनबंधु सोनी ने भाई के प्रति वफादारी करते हुए जमीन के दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार करवाने में अपनी अहम भूमिका निभायीं और नंदलाल सोनी के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करते हुए दिनांक 20.10.2010 एवं 21.12.2010 के अनुसार फर्जी तरीके से नस्तिक संधारित कर नामांतरण की कार्यवाही प्रस्तावित की गई। इस पूरे मामले में मुख्य नगरपालिका अधिकारी का आदेश भी अंकित किया गया। कुल मिलाकर नंदलाल सोनी के बड़े भाई दीनबंधु सोनी ने इस जमीन को दिलाने के लिए अपने पदो का दुरूपयोग किया और इस जलसाजी में पूरी भूमिका अदा की।
विधायक ने खड़े किये सवाल
इस पूरे मामले को लेकर मध्यप्रदेश की विधानसभा में विधायक अजय विष्नोई और सतेन्द्रु तिवारी दोनों विधायको ने अपने प्रश्न क्रमांक 4321 के माध्यम से खसरा क्रमांक 337/1 ख की जमीन और दुकान भवन की गई फर्जी तरीके से बिक्री को लेकर जब प्रश्न खड़ा किया तो अनूपपुर जिला प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराना शुरू किया तो सारी हकीकत खुलकर सामने आ गई।
किराये पर चल रहा भवन
फर्जी तरीके से खरीदी गई जमीन और उस पर बने भवन को नंदलाल सोनी किराये पर दिया है जिसका बकायदा कई हजार रूपये महीने किराया भी वसूल कर रहा है इस भवन में शराब की दुकान के अलावा अन्य लोगों को किराये पर रखा गया है। इस तरह से जमीन और भवन पर पूरा कब्जा नंदलाल सोनी बनाये हुए है।
इनका कहना है
हमारे द्वारा स्टांप पेपर के माध्यम से लिखा पढ़ी करके जमीन ली गई थी जिसका नामांतरण अभी तक नहीं कराया गया है और जब विधानसभा में प्रश्न उठा तो हमने इस मामले को कोर्ट में लगाया है।
नंदलाल सोनी
भूमि क्रेता, जैतहरी
मामला बड़ा है इसलिए अभी जांच प्रक्रिया चल रही है जैसे ही उच्च अधिकारियों का आदेश प्राप्त होगा दोषियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया जाएगा जिसकी जानकारी आपको दी जाएगी
कमल ठाकुर
थाना प्रभारी, थाना जैतहरी