
उपचार सामग्री सहित नहीं है पानी और बिजली की व्यवस्थाएं
भालूमाडा। प्रदेश में एक अनोखा हॉस्पिटल भी है जिसका शुभारंभ पूर्व मंत्री विधायक एवं स्थानीय प्रशासन के अध्यक्ष व स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की उपस्थिति में बड़ी-बड़ी बातें कहकर की गई, लेकिन इस अनोखे हॉस्पिटल में शुभारंभ के 3 माह बाद भी हॉस्पिटल में ना तो पानी है और ना बिजली ना कोई संसाधन यदि कुछ है तो केवल ईट और सीमेंट की इमारत यह अनोखा हॉस्पिटल अनूपपुर जिले के पसान नगर पालिका में नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जिसका शुभारंभ 1 दिसंबर को अनूपपुर विधायक व पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह, नगर पालिका पसान अध्यक्ष श्रीमती सुमन राजू गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ, सीएचएमओ की उपस्थिति में किया गया था। तब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के शुभारंभ में खूब भाषण बाजी हुई थी। गरीबों के इलाज सुविधा की बड़ी-बड़ी बातें कही गई थी प्रदेश सरकार की वाहवाही लूटी गई थी विधायक से लेकर नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री तक का गुणगान किया गया था, लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के शुभारंभ हुए 3 माह बीत गए किसी ने यहां का हाल जानना भी मुनासिब नहीं समझा यहां तक कि विभाग के अधिकारी भी औपचारिकता पूरी कर भूल गए। जिसका खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है कारण कि जो लोग बीमारी की हालत में स्वास्थ्य सुधार की उम्मीद लिए स्वास्थ्य केंद्र आते हैं, लेकिन यहां का स्वास्थ्य केंद्र तो खुद ही डायलिसिस में है तो इन मरीजों का इलाज कौन करें। 1 दिसंबर को चालू हुए इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर एक लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति तो कर दी गई, लेकिन अस्पताल में पानी बिजली स्टाफ फर्नीचर जैसी बुनियादी सुविधाओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली के लिए कोतमा बीएमओ को पत्राचार किया गया अन्य समस्याओं की भी जानकारी दी गई लेकिन 3 माह बीतने के बाद भी कोई पहल नहीं हो सकी जब सरकारी स्वास्थ्य विभाग को बिजली नसीब नहीं हो रही तो सरकार की इंदिरा ज्योति योजना किस काम की।
पानी की समस्या
इस नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बूंद भी पानी की व्यवस्था नहीं है जिसके लिए 10 जनवरी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा स्थानीय नगरपालिका पसान प्रशासन को पत्र देकर पानी की सुविधा चाही गई थी, लेकिन यहां भी पत्र को कचरे के ढेर में फेंक दिया गया इस संबंध में जब पसान सीमाओं से बात की गई तो उनका कहना था कि हॉस्पिटल में उनकी खुद की पेयजल सुविधा है। यदि अलग से नल कनेक्शन चाहिए तो औपचारिकता पूरी कर ले यह सोचने वाली बात है कि जिस नगरपालिका की अध्यक्षा स्वयं हॉस्पिटल का उद्घाटन की हो और उन्हीं का विभाग वहां आमजन की सुविधा के लिए पानी कनेक्शन के लिए औपचारिकता निभाने की बात कह रहा हो तो क्या होगा? अस्पताल में पानी नहीं होने से कितनी समस्या होती होगी इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
उपलब्ध नहीं है फर्नीचर
अस्पताल में एक भी फर्नीचर नहीं है ना डॉक्टर के लिए और ना मरीज के लिए दवाइयों को जमीन पर रखा गया है अन्य किसी भी कमरे में ना कुर्सी है ना टेबल है यहां तक कि यहां पदस्थ डॉक्टर अपने से कुर्सी व 1/2 टेबल मरीजों के लिए लेकर आए हुए हैं जबकि प्रतिदिन मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इस बीते माह में कड़कड़ाती ठंड में मरीज जमीन पर बैठने के लिए विवश हुए हैं।
चिकित्सा उपकरण नहीं
अस्पताल में केवल डॉक्टर के अलावा कुछ भी नहीं है मरीजों के इलाज उनकी जांच पड़ताल के बाद ही हो पाती है जिसके लिए यहां कुछ भी नहीं है कागज में केवल एक-एक लैब टेक्नीशियन नियुक्त तो है,लेकिन लैब में भी कुछ नहीं है ब्लड यूरिन जांच के लिए भी कोई उपकरण नहीं है यहां तक कि मरीजों को इलाज के दौरान बॉटल लगाने के लिए स्टैंड तक नहीं है।
स्टाफ की समस्या
अस्पताल में केवल एक डॉक्टर और एक लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति हो सकी है अस्पताल में स्टाफ नहीं होने से मरीजों को दवाइयां कौन दे किसी मरीज को इंजेक्शन लगाना है कौन लगाए किसी का ड्रेसिंग पट्टी करना है कौन करें मरीजों की पर्ची कौन बनाए अस्पताल की साफ-सफाई कौन करे अस्पताल की रखवाली चैकीदारी कौन करें कुछ पता नहीं।
भवन निर्माण में लापरवाही
अस्पताल भवन की निर्माण एजेंसी ने अस्पताल में जो लापरवाही की है उससे कभी भी किसी की जान जा सकती है अस्पताल के पानी निकासी शौचालय के लिए बनाए गए चेंबर खुले पड़े हैं वही भवन में कई जगह पर अभी से दरारें नजर आ रही हैं। अस्पताल में पूरी तरह से बिजली पंखे की फिटिंग भी नहीं की गई है। पानी सप्लाई के लिए किया गया कनेक्शन भी उल्टा सीधा है लेबर रूम में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है बेसिन की व्यवस्था नहीं है इसी तरह अन्य कई कमरे हैं जहां जो चीजें आवश्यक थी वहां पर नहीं है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुले हुए 3 माह बीत चुके हैं,लेकिन अभी तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान की आधिकारिक आईडी तक जनरेट नहीं हो पाई है। पसान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में समस्याओं की जानकारी होने पर प्रतिनिधि ने नगरपालिका के पार्षद अनूपपुर विधायक प्रतिनिधि के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर व मरीजों से मिलकर समस्याओं की जानकारी लेते हुए कोतमा बीएमओ एवं अनूपपुर जिला चिकित्सा अधिकारी से बात की गई जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया गया वहीं जिला चिकित्सा अधिकारी ने स्वयं पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आकर निरीक्षण करने की बात भी कही स्वास्थ्य केंद्र में सबसे आवश्यक पानी के लिए पसान नगरपालिका के उपयंत्री उमेश त्रिपाठी ने नगरपालिका का कनेक्शन 2 दिनों के भीतर करने का आश्वासन दिया साथ ही परिसर में पानी के लिए सिंटेक्स की टंकी और नल कनेक्शन लगाए जाने की बात भी कही स्वास्थ्य केंद्र में दूसरी सबसे आवश्यक चीज बिजली के लिए भी वरिष्ठ अधिकारियों व संबंधित विभाग से चर्चा की गई जिसमें आश्वासन दिया गया कि शीघ्र ही बिजली कनेक्शन किया जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में समस्याओं की जानकारी अनूपपुर विधायक बिसाहू लाल सिंह को भी दी गई उन्होंने आश्वस्त किया कि वे संबंधित विभाग से बात करके शीघ्र समस्याओं का निराकरण होगा। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि उदय प्रताप सिंह नगरपालिका के उपयंत्री उमेश त्रिपाठी पार्षद कुंवर सिंह इन्द्रलाल केवट जितेंद्र केवट बलराम केवट मीडिया के लोग उपस्थित रहे।