मोदी सरकार में देश की आर्थिक स्थिति हुई बदहालः खम्परिया
प्रदेश का हक मार रही है केन्द्र की सरकार

देवानंद विश्वकर्मा
अनूपपुर। जब से केन्द्र में भाजपा की सरकार आयी है तब से देष की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है आम जनता का जीना मुश्किल हो रहा है उद्योग धंधे चौपट हो रहे है युवाओं का भविष्य गर्त में जा रहा है, गरीब परेशान है। वहीं केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार कुम्भकर्णी निद्रा में सोयीं हुई है। देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी है जिसको लेकर केन्द्र सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। चुनाव के दौरान जो वादे किये थे उसको पूरा करने में मोदी सरकार फेल साबित हुई है। जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मयंक त्रिपाठी के नेतृत्व में आयोजित केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक नित्य निरंजन खम्परिया ने उक्त बातें कहीं।
ठप्प हो रहा व्यापार
कांग्रेस नेता पूर्व विधायक नित्य निरंजन खम्परिया ने आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूरे देष के अंदर उद्योग, धंधे बंद हो रहे है और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। लाखों की तदात पर कर्मचारी सड़को पर आ गये है उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा है और परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। बेरोजगार का आलम यह है कि युवाओं का उम्र निकलते जा रही है और उन्हे रोजगार का अवसर नहीं मिल रहा है केन्द्र सरकार ने युवाओं के लिए अपने दरवाजे में ताला जड़ दिया है। ऐसी स्थिति में देश की स्थिति कैसी सुधरेगी यह एक चिंता का विषय है।
प्रदेश के साथ हो रहा छल
अनूपपुर विधानसभा के विधायक बिसाहूलाल सिंह उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए बताया कि किस तरह से प्रदेष के हक पर केन्द्र सरकार डाका डाल रही है। विभिन्न मदो में मिलने वाली राषि की कटौती करके मोदी सरकार मध्यप्रदेष सरकार को परेशान करने का जो कुचक्र रचा है। उसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा हर क्षेत्र में केन्द्र सरकार मध्यप्रदेश के पैसे को रोक लगा रही है जिससे प्रदेश की स्थिति बिगड़ रही है। जब यहां पर कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश का खजाना पूरी तरह खाली मिला था और कर्ज लेकर किसी तरह से प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ किये गये वायदे को पूरा करने का प्रयास कर रहे है।
मांग को किया अनदेखा
कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यकारी अध्यक्ष मयंक त्रिपाठी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के लिए जितनी राशि की मांग की गई केन्द्र की सरकार ने नहीं दिया। जबकि प्रदेश के अंदन लगातार भीषण प्राकृतिक आपदा की मार प्रदेश की जनता ने झेली है और भारी क्षति पहुॅंची है। पूर्व में ज्ञापन के माध्यम से 6621.68 करोड़ रूपए की मांग की गई थी लेकिन इस मांग को अनदेखा करते हुए मात्र एक हजार करोड़ रूपए जारी किया गया। ऐसी स्थित में प्रदेश की जनता परेशान है। जनता ने क्या बिगाड़ा है जो मोदी सरकार उसके साथ छल करने पर तुली हुई है।