
अनूपपुर। बिजुरी थाना में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक मंगला दुबे के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक अनूपपुर द्धारा की गई कार्यवाही को लेकर थाना क्षेत्र में हर्ष का वातावरण बना हुआ है। थाना क्षेत्र के रहवासियों ने पुलिस अधीक्षक द्धारा की गई कार्यवाही को लेकर साधुवाद ज्ञापित किया है। मिली जानकारी अनुसार थाना बिजुरी में सहायक उपनिरीक्षक मंगला दुबे अपने पदास्थापना दिन से ही थाना क्षेत्र में विवादास्पद रहे हैं। हालाकि उनके द्धारा समय समय कुछ आराधिक कृत्यों को उजागर करने का काम भी किया गया जिससे अपराधों पर लगाम भी लगा,किन्तु अपराध नियंत्रण के नाम पर थाना क्षेत्र के आम आदमी पर वर्दी का धौंस दिखाना तथा अपराधियों से साॅठगाॅठ कर अवैध कार्यों को संचालित कराना, आम आदमी से पैंसों के लिए फर्जी मुकदमा दर्ज करना, अकारण मारपीट कर बेइज्जत करने का कार्य करना, परिवहन में लगे वाहनों से खुले तौर पर अवैध वसूली करना जैसे गतिविधियों ने दामन पर दाग लगाने का काम किया। जिससे थाना क्षेत्र में सहायक उपनिरीक्षक की गतिविधियों को लेकर आक्रोश का वातावरण बनने लगा और खाकी पर दाग लग गया। थाना क्षेत्र के रहवासियों ने सहायक उपनिरीक्षक की प्रताडना को लेकर कई षिकायतें पुलिस अधीक्षक सहित उच्चाधिकारियों को की थी जिस पर जाॅच करने का काम भी उच्चाधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। गत 18 जनवरी को विवेचना के दौरान इनके द्वारा सोनू साहू नामक आरोपी के साथ मारपीट की गई थी जिसकी षिकायत भी पुलिस अधीक्षक के संज्ञानता में लाया गया। लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर गत 21 जनवरी को इन्हे लाईन अटैच कर थाना बिजुरी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। सहायक उपनिरीक्षक मंगला दुबे की प्रताडना से तंग कई पीड़ितों ने अपनी पीड़ा कोतमा विधायक सुनील सराफ को सुनाने का काम किया था जिस पर विधायक ने पुलिस का खौफ थाना क्षेत्र से समाप्त करने का आश्वासन दिया था और मामले को गंभीरता से लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर मंगला दुबे को थाना क्षेत्र से हटाने को कहा था ताकि सरकार की सुशासन नीति बरकरार रहे और जनता में साफ सुथरा संदेष जाये। थाना क्षेत्र की जनता ने सहायक उपनिरीक्षक के स्थानांतरण पर कोतमा के विधायक का आभार जताया है तथा अपेक्षा व्यक्त किया है कि वे ऐसे ही जनता के हित में भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसने का काम करते रहेगें।