अनूपपुर

पशु तस्करी मामले में भोला के साथ सरगना वाजिदा और बल्लू बने आरोपी

पशु तस्करी मामले में भोला के साथ सरगना वाजिदा और बल्लू बने आरोपी

पशु तस्करी मामले में भोला के साथ सरगना वाजिदा और बल्लू बने आरोपी

राजा सिंह

अनूपपुर। पशु तस्करी के मामले में पुलिस जिन आरोपियों को बचा रही थी उन पर अंततः मामला पंजीबद्ध करना ही पड़ा थाना रामनगर क्षेत्र के पंचायत ऊरा थाना-रामनगर से स्थानीय ग्रामीणों ने कोतमा के पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल को सूचना दी कि उनके गांव में भारी तदात में मवेषियों को एकत्र कर बाहर भेजे जाने की तैयारी में पषु तस्कर लगे हुए है जिनकी रक्षा के लिए ग्रामीणों ने दिलीप जायसवाल से मदद मांगी। इसके पष्चात् इस पूरे मामले को पूर्व विधायक ने पुलिस प्रषासन को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयीं और ग्राम पंचायत ऊरा पहुॅचकर 23 अप्रैल 2020 को 82 नग मवेषियों को अपनी गिरफ्त में लिया। इस पूरे मामले में पुलिस मुख्य आरोपियों को यहां बचाना चाह रही थी तो मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी वाजिद और बल्लू के खिलाफ भी मामला पंजीबद्ध किया जिसकी तलाश की जा रही है वही भोला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या था मामला
थाना रामनगर में दिनांक 23.04.2020 को लॉकडाउन पेट्रोलिंग डियुटी के दौरान सूचना पर ग्राम ऊरा में भोला केवट के बाडा में 70 नग पडा एवं 12 नग भैंसे निर्दयता पूर्वक भरे एवं खाने का कोई उचित प्रबंध न करने तथा कटने हेतु बेचें जाने की सूचना पर आरोपी भोला केवट पिता श्यामलाल केवट निवासी उरा के बाडा में दविष दी गई जो आरोपी भोला केवट फरार हो गया एवं मौके पर समक्ष गवाहान 70 नग पडा एवं 12 नग भैंसे कुल कीमती 4,10,000 रू. के जप्त किया गया एवं जप्तशुदा 70 नग पड़ा एवं 12 नग भेंसों के सुरक्षार्थ रखने एवं खाना पीना की व्यवस्था तथा देखरेख हेतु सरपंच ग्राम पंचायत उरा को सुपुर्द किया गया।
पूर्व विधायक ने उठाये थे सवाल
पषु तस्करी मामले को लेकर पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल ने सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि एक गरीब व्यक्ति को भोला केवट को पुलिस ने आरोपी बना दिया, जबकि इस पूरे मामले में कोतमा के कई लोग शामिल है, जिनके माध्यम से पुलिस विभाग के कई अधिकारियों ने लाखों रूपए का सौदा किया है ऐसे आरोपियों को बचाने का प्रयास पुलिस विभाग के अधिकारी कर रहे है उन्होने पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से मांग किया था इस दौरान पुलिस विभाग के अधिकारियों के मोबाइल जप्त करते हुए जांच कराई जाये, तो सारी हकीकत खुलकर सामने आ जायेगी कि पषु तस्करी में भोला ही नहीं, बल्कि उसके पीछे कई बड़े अपराधी इस कृत्य में शामिल है।
दर्ज हुआ मामला
अप.क्र. 129/2020 धारा 6(क)(ख)(1),10,11 म.प्र. कृषक पशु परिरक्षण अधि. एवं 11 पशुओं के प्रति कूरता का निवारण अधि. कायम कर विवेचना में लिया गया

Related Articles

Back to top button