अनूपपुर

पुट्टपार्थी आंध्रप्रदेश में फँसे 17 नौनिहालों को अनूपपुर वापस लाने हेतु दल रवाना

78 मूल निवासी श्रमिक किए गए क्वॉरंटीन, 315 को भेजे गृहग्राम

क्वॉरंटीन सेंटर के निरीक्षण में पहुँचे कलेक्टर


रिपोर्टर@देवानंद विश्‍वकर्मा

अनूपपुर। पुट्टपार्थी, जिला अनंतपुर आंध्रप्रदेश में अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ अंचल के 17 नौनिहालों को वापस लाने के लिए कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने नायब तहसीलदार शशांक शेंडे की अगुवाई में दल का गठन किया है। यह दल सत्य साई बाल विकास स्कूल में अध्ययनरत प्राथमिक कक्षा के छात्रों को वापस लाएगा। इस हेतु कलेक्टर अनूपपुर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा कलेक्टर अनंतपुर जी. चंद्रुडु से चर्चा कर दल को आवश्यक सहयोग प्रदान करने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि ये नन्हें बालक एवं बालिका अध्ययन के लिए गए थे जहाँ सत्र समाप्त होने के बाद भी वह लॉकडाउन की वजह से वापस नही आ पा रहे थे। अतः कलेक्टर श्री ठाकुर द्वारा दल का गठन कर उन्हें वापस लाने की व्यवस्था की गयी है। दल में एएसआई मणिराज सिंह, पटवारी प्रेमलाल पटेल, सरपंच जरही रामसिंह उरैती शामिल हैं।
448 प्रवासी श्रमिकों का आज अनूपपुर हुआ आगमन
अनूपपुर में आज छत्तीसगढ़, झारखंड, गुजरात एवं महाराष्ट्र तथा मध्यप्रदेश के अन्य जिलो से 448 प्रवासी श्रमिकों का आगमन हुआ। जहां पर सभी की आगमन पर ही नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर से स्क्रीनिंग की गयी एवं भोजन जलपान व्यवस्था के उपरांत, समाचार लिखे जाने तक अन्य जिलों राज्यों के 315 श्रमिकों को शासकीय सुविधा से उनके गृह जिले रीवा, सतना, डिंडोरी, जबलपुर तथा छत्तीसगढ़ एवं उत्तरप्रदेश हेतु रवाना किया गया। अनूपपुर जिले के मूल निवासी 78 श्रमिकों को विभिन्न संस्थागत क्वॉरंटीन में भेजा गया जहाँ स्वास्थ्य जाँच उपरांत आवश्यक अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। अन्य जिलों राज्यों के आगंतुक शेष 55 श्रमिकों को शीघ्र ही उनके गृह जिले भेजे जाने का बंदोबस्त किया जाएगा।
सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो किये निरीक्षण
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी का आकस्मिक भ्रमण कर वहाँ की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान आपने सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों, चिकित्सकों एवं प्रबंधन स्टाफ से चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ठाकुर ने निर्देश देते हुए कहा वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए साफ-सफाई का महत्व एवं पैमाना बदल चुका है। इस समय दृश्य साफ- सफाई के साथ-साथ स्वास्थ्य केंद्र परिसर एवं अन्य भौतिक सुविधा स्थलों को नियमित रूप से सैनिटाईज करना भी आवश्यक है। आपने नियमित रूप से सैनिटाईजेशन का कार्य सम्पादित करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा, तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला सहित अन्य प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
क्वॉरंटीन व्यक्तियों ने बताया रखा जा रहा है विधिवत ध्यान
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने शुक्रवार को कोतमा में अन्य जिलो राज्यों से आए हुए व्यक्तियों को क्वॉरंटीन करने के लिए कोतमा में बनाए गए केंद्रों उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा छात्रावास, जनजातीय कन्या छात्रावास कोतमा एवं अंग्रेजी बालक छात्रावास कोतमा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आपने छात्रावास अधीक्षकों से क्वॉरंटीन केंद्रों के सैनिटाईजेशन एवं भोजन व्यवस्था के सम्बंध में पूँछतांछ की। जिस पर अधीक्षक द्वारा बताया गया कि छात्रावासों को नियमित रूप से सैनिटाईज किया जा रहा है एवं रिकार्ड भी संधारित किया गया है। आगंतुकों की जानकारी अनुसार कलेक्टर महोदय द्वारा बताए गए मेन्यू के आधार पर भोजन व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर श्री ठाकुर ने निवासरत श्रमिकों से हाल लिया एवं भोजन व्यवस्था तथा साफ सफाई के बारे में जानकारी ली। जिस पर क्वॉरंटीन केंद्र में वर्तमान में निवासरत व्यक्तियों ने जानकारी दी कि उन्हें आज नाश्ते में पकोड़े मिले हैं एवं भोजन में दाल,  चावल एवं रोटी, सब्जी प्रदान की गयी है। सभी ने कहा उनका यहाँ पर विधिवत रूप से ध्यान रखा जा रहा है तथा वे भी दिए गए समस्त निर्देशों का पालन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि उक्त केंद्रों में वर्तमान में 28 व्यक्ति क्वॉरंटीन किए गए हैं।
14 दिनो तक होम क्वॉरंटीन का करे पालन
कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य जाँच के आधार पर उन्हें घर जाने की, जब भी अनुमति दी जाय उसके बाद घर पर भी सभी कम से कम 14 दिनो तक होम क्वॉरंटीन के निर्देशों का पूरी तत्परता से पालन कर कोरोना से लड़ाई में शासन, प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। आपने कहा निर्देशो का पालन स्वयं की, समाज की एवं पूरे परिवेश की सुरक्षा हेतु अत्यंत आवश्यक है। इस दौरान एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा, तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
सीमावर्ती क्षेत्रो को श्रमिको को गृह जिले
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने छत्तीसगढ़ सीमा में स्थापित आश्रय कैम्प शासकीय माध्यमिक विद्यालय डोला का निरीक्षण कर वर्तमान में छत्तीसगढ़ से आए हुए व्यक्तियों/श्रमिकों से चर्चा की। आपने सभी को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन द्वारा नियमित रूप से आगंतुक श्रमिकों/व्यक्तियों को मध्यप्रदेश के अन्य जिलों जहाँ के वे मूल निवासी हैं, वहाँ भेजा जा रहा है, अगर वे मध्यप्रदेश के बाहर के राज्य के हैं उन्हें सम्बंधित राज्य की सीमा तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है जहाँ से सम्बंधित जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उनके गृह जिलों तक पहुँचाया जा रहा है। आपने आश्रय कैम्प की व्यवस्थाओं के सम्बंध में आश्रम प्रभारी से पूँछतांछ की एवं सम्बंधित प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम अमन मिश्रा, तहसीलदार मनीष शुक्ला सहित सम्बंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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