अनूपपुर

फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये पासवर्ड स्ट्रांग बनाये

फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये पासवर्ड स्ट्रांग बनाये

फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये पासवर्ड स्ट्रांग बनाये

फेसबुक में टू फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन का करें प्रयोग
पुलिस अधीक्षक ने साइबर अपराध से बचने हेतु जारी की एडवाईजरी
अनूपपुर: पुलिस अधीक्षक अनूपपुर किरणलता केरकेट्टा ने साइबर अपराध से सुरक्षा हेतु एडवाईज़री जारी की है। ज़ारी एड वाईज़री अनुसार नागरिकों को फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये पासवर्ड स्ट्रांग बनाने एवं फेसबुक में टू फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन का प्रयोग करने की सलाह दी गयी हैं। इससे फेसबुक अकाउंट अधिक सुरक्षित होगा एवं हैक नही होगा।
यदि फ़ेसबुक अथवा अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से आपका कोई रिश्तेदार या कोई मित्र पैसो की मांग करता है तो आप सीधे उसे पैसे न भेजे जिसने पैसे की मांग की है उससे या उसके परिवार के किसी सदस्य से फोन पर बात अवश्य कर ले।
जारी एडवाईज़री में ऐसे अपराधों की प्रक्रिया को समझाते हुए उनसे बचकर रहने की सलाह दी गयी है। ऐसे व्यक्ति जिसने अपनी पर्सनल जानकारी अपने फेसबुक अकाउंट में दी है ऐसे व्यक्तियों का डाटा कलेक्ट करके फ़्रॉड करने वाले एक-एक करके उसकी पर्सनल जानकारी से फेसबुक आईडी के पासवर्ड डालकर फेसबुक अकाउंट हैक कर लेते है । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आधुनिक युग में हमे बहुत सी एप्लीकेशन एवं इंटरनेट बैंकिग के लिये कई सारे पासवर्ड लगाने होते है इसलिये आम तौर पर हम लोग ऐसे पासवर्ड डालते है कि जल्दी से हमें पासवर्ड याद रहे इसलिये हम अपने पासवर्ड में मोबाइल नम्बर, वाहन का नम्बर या स्वयं की जन्म दिनांक आदि को ही अपना गोपनीय पासवर्ड बना देते है । और यह सभी जानकारी फ़्रॉड करने वाले व्यक्तियों को आपके फेस बुक अकांउट से आसानी से प्राप्त हो जाती है ।
आपका फेसबुक अकाउंट हैक करने के बाद फ़्रॉड करने वाले उसमें नया पासवर्ड डाल देते है जिससे आप अपना फेसबुक अकाउंट उपयोग नही कर पाते और आपके फ़ेसबुक अकाउंट से ये लोग आपके फेसबुक फेंड, रिश्तेदारो को किसी बहाने के साथ मैसेज भेजते है जैसे कि मेरा एक्सीडेंट हो गया , या ऐसा किसी एमरजेंसी का उल्लेख कि मै आप से बात नही कर सकता मुझे पैसो की बहुत आवश्यकता है इस प्रकार के मैसेज भेजते है यह पैसे भी पाँच या दस हजार तक ही मांगते है । आपके रिश्तेदार आपको अपना समझ कर पैसे मैसेज में दिये अकाउंट में भेज देते है । कुछ दिनो के बाद जब रिश्तेदार या फ्रेंड आपका हाल चाल जानने के लिए फोन करते है तब जाकर आपको इस फाड के बारे में पता चलता है। अतः ऐसे व्यक्तियों से सावधान एवं सतर्क रहें, बिना जानकारी की पुष्टि के कोई भी अंतरण न करें।

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