हे भगवान! बिजली विभाग कारनामाः झोपड़ी में जली 80 हजार की बिजली
पीड़ित उपभोक्ताः भैया मोरे! मैं इतनी बिजली नहीं जलायो, दफ्तरो के काट रहे चक्कर

अनूपपुर। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के ठेकेदार सहित अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी इस तरह हो गया है कि हितग्राहियों के बिजली के बिल में अनुमानित यूनिट रीडिंग लिखकर बिल का शुल्क भेज देते है, ऐसा ही एक मामला सामने आया है कि मानपुर गांव में रहने वाले एक गरीब आदिवासी मजदूर कताहुरा कोल के अक्टूबर माह के बिल 78,489 रूपए भेज दिये है जिससे वह बिल की राषि को देख हैरान रह गया। इस बिल को सुधरवाने के लिए उच्चाधिकारियों से निम्न अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर काट रहा है। हितग्राही बताया है कि मैं एक गरीब मजूदर हूं और अपने झोपड़ी में दो बल्ब लगाया हूं तथा शाम 6 बजे से 10 बजे तक जलाता हूं, इसके बाद सायं को भोजन कर घर में सो जाते है,लेकिन आज दिनांक तक इसके पहले इतने राषि का बिल नहीं आया है। विद्युत विभाग के अधिकारियों के द्वारा चेतावनी दिया जा रहा है कि बिल की राषि 20 दिसम्बर तक 78,480 रुपये जमा करे, नहीं तो उसके झोपडी की बिजली काट दी जाएगी। अब बेचारा कताहुरा परेशान हाल दर-दर भटक रहा है। अधिकारियों-नेताओं से कह रहा है कि भैया मोरे ! मैं नहीं बिजली जलायो ….बिजली विभाग मोरे गले अस्सी हजार को बिल लटकायो, लेकिन कोई इस अबोध की चित्कार सुनने को तैयार नहीं। जिला मुख्यालय से लगे मानपुर गांव के कताहुरा कोल आत्मज नानकू को बिल क्रमांक 8732 दिनांक 5.12.2019 के द्वारा 20 दिसम्बर तक 75480 रुपये जमा करने का फरमान दिया गया है। उसे बतलाया गया है कि अन्य पिछले महीनों से उलट अक्टूबर मे उसकी झोपड़ी में 84,489 यूनिट की खपत हुई है। कताहुरा बिल लेकर यहाँ वहाँ भटक रहा है। जिसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।