सेवा-सहयोग में तत्पर विभूतियों व नारी शक्तिया किये गए सम्मानित
सेवा-सहयोग में तत्पर विभूतियों व नारी शक्तिया किये गए सम्मानित

सेवा-सहयोग में तत्पर विभूतियों व नारी शक्तिया किये गए सम्मानित
लोक-सेवा समिति ने रानी अहिल्याबाई होल्कर जयन्ती के अवसर पर देश के 38 विभूतियों का किया सम्मान
शहडोल – मानव-जीवन का मूल सिद्धांत है कि “किसी भी जरूरतमंद की, असहाय की, किसी-न-किसी रुप में, सेवा-सहयोग करना, रक्तदान करना (विशेषकर अपने घर- परिवार- समाज के व्यक्ति के लिये), रोगी के लिये औषधि- खानपान की व्यवस्था, भूखे को अन्न, प्यासे को जल, वस्त्रहीन को वस्त्र, अशिक्षित को शिक्षा, निराश्रयी को आश्रय एवं जीविकाहीन को जीविकोपार्जन में सहयोग-साथ देना इत्यादि ही अत्यन्त उत्तम सेवा-सहयोग होता है. जो व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से दूसरों के हित में संलग्न रहते हैं, वही सच्ची सेवा-सहयोग होता है. ऐसा करने पर जीवन में सच्चे सुख का अनुभव होता है. आप भी इसे अपने कार्य रुप में परिणीत करेंगे तो सच्चे सुख के आनन्द में विभोर हो उठेंगे.
इन्हीं भावनाओं को चरितार्थ करते, हमारे देश की महान विभूतियों मातृशक्तियों से प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष संपर्क, सहयोग, सानिध्य प्राप्त कर सबका सारस्वत सम्मान संस्था को करने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
मां नर्मदा स्वास्थ्य सेवा व लोक-सेवा समिति के द्वारा
द्वारा आज 31 मई को “रानी अहिल्याबाई होल्कर जयन्ती” व “महेश नवमी”(ज्येष्ठ शुक्ल नवमी) के अवसर पर देश के अतिविशिष्ट सामाजिक सेवकों-सेविकाओं, भामाशाहों, स्वास्थ्य व रक्त- वीरों- वीरांगनाओं का चौथी बार सारस्वत सम्मान किया गया है.
कोरोना संकट को देखते हुए यह सम्मान ऑनलाइन डिजिटल तरीके से सम्मानित किए गए बंधुओं को उनके व्हाट्सएप और मेल पर प्रमाण पत्र वितरण किए गए हैं ताकि इससे कोरोना संक्रमण ना फैले और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी होता रहे, सम्मानित होने वाली विभूतियों में मप्र की सम्मानित विभूतियाँ “रक्तवीर: भामाशाह के रूप में राजेश राज पुरोहित रतलाम, सरबजीत सिंह जबलपुर,रक्तवीर: समाज-रत्न” सुरेन्द्र कुमार सिंह उमरिया , योगेश साहू (योगी) जबलपुर, शिवेन्द्र कुमार पाण्डेय बैढ़न ,
रक्त व स्वास्थ्य वीर समाज-रत्न नवनीत अग्रवाल उमरिया,रक्तवीर: समाज-रत्न श्रेय अग्रवाल भोपाल,पत्रकार-रत्न रक्तवीर भरत शर्मा रतलाम,मप्र की सम्मानित नारी विभूतियाँ, रक्तवीरांगना: नारी-रत्न श्रीमती मोनल सिंह जाट (असिस्टेंट डायरेक्टर: ब्लड सेफ्टी, मप्र राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी), भोपाल,स्वास्थ्य-सेवा: नारी-रत्न”श्रीमती प्रजीत कौर (लवली), (जिला परियोजना प्रबंधक: NRHM)उमरिया,
रक्तवीरांगना: नारी-रत्न” सुश्री वर्षा परिहार अलीराजपुर,थेलेसीमिया वीरांगना: नारी-रत्न सुश्री वर्षा पंवार रतलाम,
रक्तवीरांगना: नारी-रत्न श्रीमती ललिता सिंह श्याम जी(ANM)अनूपपुर,
रक्तवीरांगना: नारी-रत्न” श्रीमती सरोज सोनी रीवा, रक्तवीरांगना: नारी-रत्न”* श्रीमती राजकुमारी प्रसाद अमलाई शहडोल,रक्तवीरांगना: नारी-रत्न सुश्री शशि प्रभा सिंह शहडोल व
नारी-रत्न”* सुश्री कुसुम सिंह कंवर खाम्हीडोल, शहडोल,
मप्र की सम्मानित नारी विभूतियाँ रक्तवीरांगना: नारी-रत्न”श्रीमती ममता सोनी शहडोल,रक्तवीरांगना: नारी-रत्न”* श्रीमती लीलावती बांधव राजनगर, अनूपपुर ,नारी-रत्न” श्रीमती सुनीता सिंह राजनगर, अनूपपुर,नारी-रत्न” श्रीमती बबिता पाण्डेय , बिजुरी, अनूपपुर, मप्र, नारी-रत्न श्रीमती मधु सिंह जी, बिजुरी, अनूपपुर
छग की सम्मानित विभूतिया जनसेवा: भामाशाह एक नयी पहल के संयोजक सतराम जेठमलानी बिलासपुर,
रक्त व दिव्यांग सेवा वीरांगना: नारी-रत्न श्रीमती गीतू जोशी परमानन्द दुर्ग,श्रीमती सोनबाई (सोनिया) कुर्रे बिलासपुर
रक्तवीर: समाज-रत्न” नरेन्द्र सोनी दीपका कोरबा रक्तवीर: समाज-रत्न रोहित कुमार कश्यप कोरबा,”रक्तवीरांगना नारी-रत्न” सुश्री प्रभजोत कौर(हनी) कोरबा मानव व गौ-सेवा भामाशाह जनाब फिरोज नवाब बचेली, दंतेवाड़ा,रक्तवीर: समाज-रत्न”जनाब मोहम्मद मेराज दल्लीराजहरा, बालोद, रक्तवीर: समाज-रत्न कामेश कुमार नगारची, बकली, धमतरी
प.बंगाल, उड़ीसा व उप्र की सम्मानित विभूतियाँ*
रक्तवीरांगना: नारी-रत्न” श्रीमती अनिता गन दनकुनी, हुगली, प.बंगाल,रक्तवीरांगना: नारी-रत्न श्रीमती पूजा झुनझुनवाला (खेमका) झारसुगुड़ा, उड़ीसा, समाजसेवा- रत्न नरेन्द्र कुमार अग्रवाल अनपरा, सोनभद्र, उप्र, राजस्थान की सम्मानित विभूतियाँ
रक्तवीर: भामाशाह श्री राहुल सराफ बांसवाड़ा, राजस्थान, रक्तवीर: भामाशाह श्री डॉ॰ पंकज कुमार जैन उदयपुर, राजस्थान, रक्तवीरांगना: नारी-रत्न” श्रीमती फतु कुँवर चौहान भावराना, उदयपुर, राजस्थान, रक्तवीरांगना: नारी-रत्न” सुश्री मीनल भण्डारी (जैन) भूपालपुरा, उदयपुर, राजस्थान,
का पहले “प्रशस्ति-पत्र”
व आज “सम्मान-पत्र” आनलाइन डिजिटली भेजकर, विभिन्न उपाधि से, सारस्वत-सम्मान किया गया.
ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व भी-
प्रथम बार 26 अप्रैल 2020 अक्षय तृतीया व भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव पर मप्र व छग की सात अतिविशिष्ट सामाजिक सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त-वीरांगनाओं का,
2 अप्रैल 2020 को जानकी जयन्ती (सीता नवमी) को द्वितीय बार मप्र, छग, उड़ीसा, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान की छ: अतिविशिष्ट सामाजिक सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त-वीरांगनाओं का व 15 मई 2020 को अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस को तृतीय बार मप्र, छग, पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र के 21 पुरुष व 7 महिला, कुल 28 सम्मानित विशिष्ट सामाजिक सेवकों- सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त- वीरों व वीरांगनाओं
का “सम्मान-पत्र व प्रशस्ति-पत्र” आनलाइन डिजिटली भेजकर, सारस्वत-सम्मान किया गया था.संस्था ने सभी समाज सेवियों के लिए मंगल कामना की,हमारे प्रेरणाश्रोत बन निरन्तर मार्गदर्शन प्रदान करते हुये, हम सबके प्रति अगाध-निष्ठा, प्रेम व श्रद्धा का उदय करते हुये, हमें गौरवान्वित कर, हमारे संस्था को सफल बनाने में, पूर्ण सहायक सिद्ध हों, संस्था को समाज सेवियों के द्वारा आयोजित क्रियाकलापों से आत्मालोचन का अवसर व आभास हो,संस्था दिनों-दिन सेवा-सहयोग कल्याण के सशक्त माध्यम बनें, प्रगतिन्नोति हो, सर्वतोमुखी समृद्धि हो।