वेतन समझौता में विलंब से श्रम वीरों में आक्रोश, जारी रहेगा बीएमएस का संघर्ष:- लक्ष्मा रेड्डी
वेतन समझौता में विलंब से श्रमवीरों में आक्रोश, जारी रहेगा बीएमएस का संघर्ष:- लक्ष्मा रेड्डी
कोलकर्मचारियों के वेतन समझौते को पूर्ण रूप से लागू कराने हेतु बीएमएस मैदान में

अनुपपुर/ कोयला खदान श्रम बीरो की आवाज एवं उनकी समस्याओं को प्रमुखता से उठाने वाला देश का सबसे बड़ा मजदूर संगठन आज कोयला खदानों में काम करने वाले मजदूरों के हकों की लड़ाई और उनकी जायज मांगों को लेकर सरकार एवं प्रबंधन से दो-दो हाथ करने के लिए मैदान में उतर चुका है मौजूदा समय में वेतनमान समझौते को लेकर चल रहे संघर्ष के बीच जहां आधी अधूरी मांग को पूरा कर प्रबंधन श्रम संगठन भारतीय मजदूर संघ एवं मजदूरों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहा है तो वही भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय नेतृत्व एवं स्थानीय नेतृत्व इस बात पर अड़ा हुआ है कि जब तक मांगे पूर्ण रूप से पूरी नहीं की जाती हैं तब तक संघर्ष का सिलसिला चलता रहेगा । एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष विजय सिंह एवम् क्षेत्रीय महामंत्री रोशन उपाध्याय द्वारा भारतीय मजदूर संघ के कोल प्रभारी लक्ष्मा रेड्डी के द्वारा मजदूरों के हित में लिए गए निर्णय का समर्थन करते हुए बताया कि प्रबन्धन द्वारा वेतन समझौते 11 के केवल एक बिंदु एम जी बी पर निर्णय के पश्चात लम्बे समयांतराल के बाद भी शेष बिंदुओं पर लंबित चर्चा एवं सहमति में बेवजह किये जा रहे विलम्ब पर आक्रोश जताते हुए भारतीय मजदूर संघ के कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी द्वारा प्रबन्धन को खरी खोटी सुनाते हुए प्रबन्धन की नियति को ही कटघरे में खड़ा कर कोल उद्योग में तीब्र आंदोलन की चेतावनी के दबाव में प्रबन्धन द्वारा 18 अप्रैल को जेबी सीसीआई-11 की 9 वीं मिटिंग का पत्र निर्गत होने के बावजूद भी BMS कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी ने पुनः कहा कि संगठन के दबाव में प्रबन्धन ने भले ही मिटिंग की तारीख तय कर दी है लेकिन अब संगठन वेतन समझौता-11 के पूर्ण होकर लागू होने तक अपने संघर्ष में ढिलाई नहीं बरतेगा, भारतीय मजदूर संघ चाहता है कि प्रबन्धन तारीख तय करने के साथ ही जिम्मेदारी से जेबीसीसीआई- 11 के शेष बचे हुए बिंदुओं पर अविलम्ब सहमति बनाकर वेतन समझौता- 11 को पूर्णरूप प्रदान करने के पश्चात इसे कोल मंत्रालय से स्वीकृति लेकर शीघ्रातिशीघ्र लागू करे ।
वेतन समझौता 11 लागू होने तक भारतीय मजदूर संघ इस मसले पर पूरी तरह निगाह रखते हुए इसमें जरा सा भी ढिलाई नही बरतेगा । भारतीय मजदूर संघ के लिए अभी भी सभी विकल्प खुले है यह प्रबन्धन के ऊपर निर्भर करता है कि आने वाले समय मे वह कोलकर्मचारियों के वेतन समझौता पूर्ण कराकर लागू कराने के प्रति कितना गंभीर और सार्थक रुख अख्तियार करता है । यदि समय रहते प्रबंधन मजदूर हितों में निर्णय नहीं लेता है तो भारतीय मजदूर संघ के लिए आंदोलन की राह खुली हुई है जिसका परिणाम संचालित सभी सिस्टम को भुगतना पड़ेगा।