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संतोष चौरसिया

*सिविल विभाग में भारी भ्रष्टाचार*
*भ्रष्टाचार स्व फायदे के लिए नियम विरुद्ध किए गए स्थानांतरण की सीबीआई जांच हो- श्री कांत शुक्ला*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के सिविल विभाग में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है जिसकी लिखित शिकायत हिंद कोयला मजदूर सभा के जमुना कोतमा क्षेत्र के अध्यक्ष श्री कांत शुक्ला ने महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र व पुलिस अधीक्षक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो जबलपुर को लिखकर जांच कार्यवाही की मांग की है
कोयला मजदूर सभा एचएमएस के जमुना कोतमा क्षेत्र के अध्यक्ष श्री कांत शुक्ला ने गत दिनों महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र के माध्यम से पुलिस अधीक्षक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो जबलपुर मध्य प्रदेश सीबीआई को पत्र लिखकर मांग किया है कि जमुना कोतमा क्षेत्र एसईसीएल में पदस्थ स्टाफ ऑफीसर सिविल के विरुद्ध जांच कर कार्यवाही की जाए बताया गया कि जमुना कोतमा क्षेत्र में पदस्थ स्टाफ ऑफिसर सिविल अपने पद और शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए आर्थिक भ्रष्टाचार कर कंपनी को प्रति वर्ष अपने फायदे के लिए कंपनी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है ज्ञात हो कि क्षेत्र में प्रतिवर्ष कई करोड़ों के सिविल कार्य खदानों के सुचारू संचालन एवं श्रमिक हितों के कार्य में दिया जाता है अरबों रुपए लेकर कंपनी डिसेंट हाउसिंग योजना के तहत श्रमिक और अधिकारियों के आवासों को आधुनिक करवा रही है किंतु जब से यह पदस्थ हैं समस्त सिविल कार्य गुणवत्ता विहीन और तय मापदंड के अनुसार नहीं हुए हैं इनके द्वारा निजी आर्थिक लाभ हेतु नियम विरुद्ध कार्य पद्धति अपनाकर काम किया जाता है एक अधिकारी जो क्षेत्र के समस्त सिविल कार्यों का बिलिंग का कार्य कर रहे थे उन्हें कार्यालय आदेश पत्र क्रमांक एसईसीएल/ जीएम/ जमुना कोतमा /2019 /1493 दिनांक 26 फरवरी 2019 के द्वारा उक्त कार्य हेतु आदेशित किया गया था किंतु स्टाफ ऑफीसर सिविल द्वारा अपने आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों से मिलीभगत कर क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक के आदेश क्रमांक एसईसीएल/ एपीएम /आईआर/ 20 20 /104 दिनांक 4 मई 2020 के माध्यम से ईमानदार अधिकारी द्वारा किए जा रहे समस्त बिलिंग कार्यों को बंद करवा दिया गया इसके बाद इनके द्वारा सिविल विभाग के लेखापाल को एक पत्र स्टाफ ऑफिसर द्वारा जारी किया गया जो प्रथम दृष्टया देखने में गोपनीय लगता है और इस पत्र में संदिग्ध नियत साफ समझ में आ रहा है पत्र क्रमांक एसईसीएल /जमुना कोतमा /एसओसी 20 /21/ 71 दिनांक 29 जून 2020 मैं लिखा गया है कि आदेश पत्र क्रमांक एसईसीएल/ जमुना कोतमा/ एपीएम/ 2020/ 104 दिनांक 4 मई 2020 के तहत पुराने सभी आदेश समाप्त किए जाते हैं यह पत्र जारी करते समय ना तो किसी अन्य उच्च अधिकारी को कापी दिया गया और ना ही स्वीकृत ली गई
श्री कांत शुक्ला ने पत्र में बताया कि कुछ समय बाद ही उच्च अधिकारियों को स्टाफ ऑफिसर सिविल के जब भ्रष्टाचारी मनसा का एहसास हुआ तो पुनः उस अधिकारी को जो पहले से बिलिंग कार्य कर रहे थे उन्हें क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक द्वारा जारी कार्यालय आदेश क्रमांक एसईसीएल /ए एफएम/ j&k/ एफ -16a/ 20 /369 दिनांक 29 जून 2020 के माध्यम से एसईसीएल /जीएम/जे के /2019/ 1493 दिनांक 26 फरवरी 2019 को यथावत रख कार्य उन्हीं अधिकारी को दे दिया उक्त घटनाक्रम से स्वतः स्पष्ट है कि स्टाफ ऑफिसर सिविल का कार्य शैली भ्रष्ट है
*सीबीआई से कार्यवाही की मांग*
कोयला मजदूर सभा एचएमएस ने सीबीआई से मांग किया है कि स्टाफ ऑफिसर सिविल के विरुद्ध उनके कार्यकाल में किए गए क्षेत्र के समस्त सिविल कार्यों का निविदा शर्तों एवं दस्तावेजों के साथ भौतिक सत्यापन कर जांच कार्यवाही किया जाए और संगठन आपको पूरी तरह सहयोग साक्ष्य के साथ उपलब्ध कराएगा साथ ही शिकायत पत्र के साथ जारी आदेश पत्र की छाया प्रति संलग्न की गई है जानकारी के अनुसार महाप्रबंधक बी पी सिंह ने उक्त शिकायत पर जांच के लिए महाप्रबंधक संचालन श्रीवास्तव को जांच अधिकारी नियुक्त किया है

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