जर्जर सड़क से क्षेत्र वाशियों को आवागमन में हो रही दिक्कत :डीएमएफ़ फण्ड का उपयोग इन कार्यों में क्यो नही?
जर्जर सड़क से क्षेत्र वाशियों को आवागमन में हो रही दिक्कत :डीएमएफ़ फण्ड का उपयोग इन कार्यों में क्यो नही?

जर्जर सड़क से क्षेत्र वाशियों को आवागमन में हो रही दिक्कत :डीएमएफ़ फण्ड का उपयोग इन कार्यों में क्यो नही?
समर बहादुर सिंह
राजनगर कालरी – कोयला परिवहन में उपयोग में आने वाली यह सड़क अपने बदहाली के आंसू बहा रहा है, कोयला परिवहन में संलग्न इस रोड से हजारों लोग प्रतिदिन आवागमन करते है,अब आना जाना मुश्किल हो रहा कुछ लोग जान जोखिम में डालकर आना जाना कर रहें है,जिला खनिज मद के नाम पर जिले में करोड़ो का भ्रष्टाचार किया गया है और जिन क्षेत्रों से खनिज के नाम पर करोड़ो रूपये रॉयल्टी मिल रही वही क्षेत्र अपनी मरम्मत जे लिए तरस रहा है।सड़क खराब होने की वजह से राजनगर ,पौराधार, सी सेक्टर ,झिमर एवम आसपास की चार पांच पंचायतों को बिजुरी रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए यह मुख्य सड़क है इस मुख्य सड़क जर्जर हालत है इस वजह से क्षेत्र के नागरिकों को कई प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. खबर यह भी है कि सीएसआर मदद से लगभग 1 करोड रुपए इस सड़क के निर्माण के लिए स्वीकृत है परंतु प्रबंधन की लापरवाही की वजह से अभी तक टेंडर नहीं कराया गया है और प्रबंधन को इस बात का अंदाजा भली-भांति है कि बरसात के मौसम में इस सड़क से आना-जाना मुश्किल हो जाता है तो फिर ऐसी स्थिति में सीएसआर मध्य से स्वीकृत होने के बाद भी आज दिनांक तक टेंडर ना किया जाना प्रबंधन की गैर जिम्मेदारी की ओर इंगित करता है। आवश्यकता इस बात की है कि सी सेक्टर कॉलोनी से नेशनल हाईवे 43 डोला गांव तक अच्छी डामर की सड़क बनी हुई थी,जिसे कोयला उत्खनन के लिए प्रबंधन ने तोड़ दिया था और बाद में पूरे सड़क को बनाने की बात थी परंतु आलम यह है कि सी सेक्टर से डोला तक की सड़क कभी बनी ही नहीं, क्षेत्रवासियों ने प्रबंधन से सी सेक्टर कॉलोनी से डोला नेशनल हाईवे तक अच्छी सड़क बनाए जाने की मांग की है।