*नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहा ब्रिक्स प्लांट प्रदूषण नियंत्रण और श्रम नियमों के नियमों की उड़ रही धज्जियां* संतोष चौरसिया
*नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहा ब्रिक्स प्लांट प्रदूषण नियंत्रण और श्रम नियमों के नियमों की उड़ रही धज्जियां*
संतोष चौरसिया
बदरा जमुना अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी कोतमा क्षेत्र मैं नेशनल हाईवे 43 कोतमा बदरा के बीच बन डिपो के पास चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट का संचालन नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा है मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों की अवहेलना करते हुए उद्योग को संचालित किया जा रहा है इसके अलावा श्रम विभाग और औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के निर्देशों और आदेशों को भी संचालक के द्वारा दरकिनार करके अपने संस्थान को संचालित किया जा रहा है रिहायशी क्षेत्र में उद्योग का संचालन होने से स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
*पर्यावरण नियमों का उल्लंघन*
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों की माने तो फ्लाई ऐश ब्रिक्स के संचालन के लिए पर्यावरण संरक्षण अधिनियम वायु अधिनियम का पालन करना अनिवार्य है लेकिन चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स के संचालक के द्वारा बिना प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था किए बगैर ही उद्योग का संचालन किया जा रहा है और बोर्ड के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है उद्योग के संचालन में आसपास के क्षेत्र का पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है लेकिन उद्योग संचालक को इसकी कोई परवाह ही नहीं है
*मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल*
चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स के संचालक के द्वारा श्रम विभाग के नियमों का भी उल्लंघन करते हुए मजदूरों का शोषण किया जा रहा है कार्य करने वाले मजदूरों को शासन द्वारा निर्धारित मिनिमम बेजर्स एक्ट से भी कम राशि का भुगतान किया जा रहा है प्लांट में काम करने वाले मजदूरों से सुरक्षा उपकरणों के बगैर ही कार्य कराया जा रहा है औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा निदेशालय के नियमों का भी उल्लंघन उक्त संस्थान में किया जा रहा है प्लांट में काम करने वाले मजदूर धूल एवं डस्ट के चलते बीमारी की चपेट में भी आ रहे हैं
*खनिजों का बिना अनुमति भंडारण*
जानकारी के मुताबिक चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स मैं एक निर्माण के लिए खनिज विभाग से बिना अनुमति के ही रेत एवं अन्य खनिजों का भारी मात्रा में भंडारण किया गया है जो कि नियम विरुद्ध है उक्त संस्थान में चोरी की रेट एवं अन्य खनिज भी खपाया जा रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों ने अभी तक उक्त प्लांट के संचालक के विरुद्ध कोई कार्यवाही किए जाने तक की जहमत नहीं उठाई
*नहीं है वन विभाग की एनओसी*
प्राप्त जानकारी के अनुसार चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट के संचालन हेतु वन विभाग की एनओसी तक नहीं ली गई है जबकि उक्त प्लांट में कई ट्रैक्टर रेत भंडारण के साथ साथ बड़ी-बड़ी मशीनें चलाई जा रही हैं इससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है और आसपास के पेड़ पौधे सूख रहे हैं और आम जनता कई बीमारियों से ग्रसित हो रही है लेकिन इसकी परवाह प्लांट संचालक को नहीं है
*कार्यवाही की मांग*
कोतमा बुरहानपुर नवा टोला पकरिया श्रमिक नगर बदरा सहित कोयलांचल क्षेत्र की जनता ने उच्चाधिकारियों से मांग किया है कि ब्रिक्स प्लांट पर जांच कर उचित कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि हो रहे पर्यावरण के नुकसान को बचाया जा सके और जो सैकड़ों पेड़-पौधे नष्ट हो रहे हैं वह भी बच सकें
*इनका कहना है*
वन डिपो के बगल में लगे चंद्रलोक ब्रिक्स प्लांट लगाने से पूर्व ना तो वन विभाग की एनओसी ली गई है वहां के धूल डस्ट से वृक्ष खराब हो रहे हैं मैं नोटिस भेजकर तत्काल उचित कार्यवाही करता हूं
आर एस त्रिपाठी रेंजर वन विभाग कोतमा
कोतमा वन डीपोके पास चंद्र लोक ब्रिक्स प्लांट लगाया गया है और वह अगर प्रदूषण नियंत्रण नियमों का पालन नहीं कर रहा है तो मैं तत्काल उसके खिलाफ कड़ी कानूनी रही बात बाउंड्री वाल की तो पहले बनाया गया था लेकिन हाईवे रोड बनने की वजह से वह नीचे हो गया है कार्यवाही करता हूं
डीएन पटेल
प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी शहडोल