जमुना टाउनशिप मेंअनियमित हुआ पानी कि सप्लाई कोयला श्रमिक का दिनचर्या हुआ प्रभावित संतोष चौरसिया
जमुना टाउनशिप मेंअनियमित हुआ पानी कि सप्लाई
कोयला श्रमिक का दिनचर्या हुआ प्रभावित
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के जमुना टाउनशिप में हमेशा जल संकट की स्थिति बने रहने से कोयला खानों के श्रमिक रोज इस चिंता में रहता है को कब पानी आएगा और कब नहीं । कई बार श्रमिकों को पानी के संकट के कारण अपनी ड्यूटी से भी छुट्टी लेना पड़ता है। अभी तक में कई करोड़ों रुपए इस क्षेत्र में पेय जल के नाम पर क्षेत्र का सिविल विभाग खर्च कर चुका है किंतु इनके गलत योजना और अकर्मण्यता के कारण स्थिति जस की तस है।
दैनिक जीवन में किसी भी इंसान के लिए सबसे मूलभूत आवश्यकता पानी ही होता है और वह भी प्रबंधन के भ्रष्टाचार का भेट चढ़ चुका है। कोतमा ओ सी एम से जमुना फिल्टर प्लांट तक पाइप लाइन से पानी लाने की इनकी मूर्खतापूर्ण फ्लॉप योजना से कंपनी के लाखों रुपए डूब गए । पुराने पाइप लाइन का उपयोग कर नए पाइप लाइन का बिलिंग कर उसमे भी पैसा खा गए। फिर कई कई लाख का भूमिगत जल संग्रहण हेतु टैंक बनाया गया । इसी प्रकार मुर्धवा तो कभी दो नंबर खान में पंप और पाइप लाइन का कई लाख का काम हुआ।सब जगह बंदरबाट हुआ। अंत में परिणाम यह रहा कि आज बरसात के मौसम में भी जहां सब जगह नदी नालों में पानी भरा है। फिर भी जमुना टाउनशिप में नियमित जल आपूर्ति किसी श्रमिक कॉलोनी में नहीं हो रहा है। आज कभी किसी ब्लॉक में तो कल किस और ब्लॉक में इस प्रकार से पानी की सप्लाई होने श्रमिक और उसका परिवार बहुत परेशान और व्यथित रहता है। इस प्रकार से वह पूर्ण मानसिक तौर पर कैसे कोयला उत्पादन में अपना योगदान दे सकता है। वैसे भी प्रबंधन की कुनीतियो से कोयला उत्पादन इस क्षेत्र का ठप्प ही है। प्रबंधन यदि साफ स्वच्छ पेयजल पर्याप्त मात्रा में यदि नियमित श्रमिक आवासों में आपूर्ति हेतु उचित व्यवस्था अतिशीघ्र नहीं करता है तब किसी दिन श्रमिकों का आक्रोश आंदोलन के रूप में फुट पड़ेगा, जिसका जिम्मेदार प्रबंधन होगा