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*आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन*

*आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन*
संतोष चौरसिया की रिपोर्ट
अनूपपुर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन की रैली आम सभा कर 20अक्टूबर2020 को तहसीलदार शहडोल को मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया इस अवसर पर आयोजित आमसभा की अध्यक्षता शहडोक्षल जिला रसोईया संघ के अध्यक्ष कामरेड मीरा यादव ने किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कामरेड बिभा पांडे थीं। विशिष्ट अतिथि मुन्नी दुबे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं साझा चूल्हा कर्मचारियों की इस संयुक्त आम सभा को संबोधित करते हुए कामरेड बिभा पांडे ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा की सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका ,सांझा चूल्हा बनाने वाली कर्मचारियों की सगी नहीं है ।पूरे भारत में विधायक ,सांसद ,कलेक्टर, एसपी मंत्री सब की तनख्वाह बढ़ाई जाती है किंतु दुर्भाग्य है कि आई एल ओ के अनुशंसा के बावजूद स्कीम वर्करों को कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जा रहा है ।पहले केंद्र सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 हजार रूपये मानदेय देती थी और राज्य सरकार 5 हजार देती थी ₹10000 आंगनबाड़ी एवं सहायिका कर्मचारियों को मिलता था ।आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के आंदोलन के दम पर पूरे देश में दबाव के कारण केंद्र सरकार विवश होकर 6हजार रुपये मानदेय किया ।इस हिसाब से ₹6500 केंद्र सरकार का और ₹5000 राज्य सरकार का ₹11500 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को मिलना चाहिए लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार ने 5000 के मानदेय को घटाकर ₹3500 कर दिया और इस तरह से आज फिर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ,सहायिका को ₹10000 ही मिल रहा है जब तक एटक यूनियन लड़कर के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को ₹11500 का मानदेय नहीं बढवाती है तब तक पूरे प्रदेश के अंदर आंदोलन करके सरकार के नाक में दम करेंगे और पूरे मानदेय लेकर के रहेंगे। इस बात का जिक्र कामरेड विवाह पांडे ने किया उन्होंने यह भी कहा के नेतृत्व में पूरे देश में स्कीम वर्करों को कर्मचारी का दर्जा देने के लिए आंदोलनचल रहा है हम जरूर उसको हासिल करेंगे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 15 सो रुपए पिछले महीने जब से राज्य शासन ने मानदेय कम किया है और केंद्र सरकार ने बढ़ाया है उच्च न्यायालय में एटक यूनियन ने रिट दायर किया है और हमें उम्मीद है की माननीय उच्च न्यायालय सरकार के इस अंधेर गर्दी के खिलाफ आंगनवाड़ी कर्मचारियों के पक्ष में फैसला देगी कर्मचारियों के विजय मिलेगा ।उन्होंने रसोइयों के संबंध में कहा कि संविधान में बेगार नहीं कराई जाएगी इसका वर्णन है लेकिन आंगनवाड़ी केंद्र में खाना बनाने वाले कर्मचारी को ₹500 महीना मिलता है ₹16 एवं 30 पैसे प्रतिदिन मिलता है इससे और बड़ा बेगारी क्या हो सकता है स्कूलों में बच्चों के लिए मध्यान भोजन बनाने के लिए कर्मचारी को ₹2000 मिलता है लकड़ी और इंधन की व्यवस्था भी कर्मचारी कोही भी करना पड़ता है सरकार इन कर्मचारियों से बेगार करा कर के और संविधान की धज्जियां उड़ा रही है एटक यूनियन ने फैसला किया है किस बेगारी के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे और सांझा चूल्हा कार्यकर्ता को चाहे आंगनवाड़ी केंद्र में खाना बनाते हैं या स्कूलों में खाना बनाते हैं उनको न्याय दिलवा करके रहेंगे विभा पांडे ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने घोषणा किया था की कोविड-19 जैसे महामारी के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जंग लड़ते हुए शहीद होती हैं तो उनको ₹5000000 का बीमा राशि दी जाएगी उनको प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा लेकिन न तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सहायिकाओं को आशा कर्मियों को न तो मास्क उपलब्ध कराया जाता है नहीं सेंटाइजर दिया जाता है नहीं किट दिया जाता है ऐसी स्थिति में covid-19 के मरीजों का पता लगाने के लिए घर-घर में जाना पड़ता है जान जोखिम में डालकर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शासन के तमाम निर्देशों का पालन करने के लिए घर घर में जाते हैं लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आशा कर्मी के बचाव में शासन के तरफ से कोई भी पहल नहीं किया गया यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कामरेड पांडे ने मांग किया जूझते हुए कर्मचारियों ने मानवता एवं राष्ट्र की जो सेवा की है उसके लिए उनको अलग से प्रोत्साहन राशि दिया जाना चाहिए आम सभा में कामरेड कामरेड मीरा यादव ने सांझा चूल्हा कर्मचारियों के लिए जंग लड़ते हुए न्याय दिलाने की बात कही और भरोसा दिलाया एटक यूनियन के नेतृत्व में सांझा चूल्हा कर्मचारियों को न्याय मिलेगा और हम सब लोग मिलकर के और लड़ते रहेंगे हम विश्राम करने वाले नहीं हैं भविष्य में शहडोल कमीशनर कलेक्टर कार्यालय के के समक्ष हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एवं साझा चूल्हा में काम करने वाले कर्मचारियों की रैली होगी घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन होगा और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हम नहीं उठेंगे इस बात की घोषणा किया उन्होंने तत्पश्चात रैली निकाल कर के एसडीएम कार्यालय करीब ढाई सौ महिलाएं पहुंची तहसीलदार श्री लवकुश शुक्ला ज्ञापन लिए और उन्होंने घोषणा किया के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एवं सांझा चूल्हा में काम करने वाले कर्मचारियों के मांग को राज्य शासन तक पहुंचाएंगे आंदोलन में भाग लेने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कामरेड सुमन चौधरी कामरेड रेशमा बेगम कामरेड सरिता खरे कामरेड फूलबाई बैगा. कामरेड उर्मिला तिवारी कामरेड सुशीला त्रिपाठी कामरेड तुला देवी कामरेड विभा सिंह कामरेड गीता सिंह कामरेड सोना यादव कामरेड शकुंतला यादव रामदेव द्रोपति सिंह सुमिता सिंह कामरेड आशा सिंह कामरेड उर्मिला सिंह सांझा चूल्हा के कर्मचारी कामरेड सुशीला पनिका पार्वती यादव कामरेड मी ना दुबे कामरेड सरिता सिंह कामरेड सरिता सिंह कामरेड लक्ष्मी गुप्ता कामरेड सुषमा पनिका कामरेड कमला वर्मा कामरेड गीता यादव एवं सैकड़ों महिलाओं ने कार्यक्रम ने बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया और उत्साह पूर्ण वातावरण में उपस्थित आंगनबाड़ी एवं सहायिका कार्यकर्ता सांझा चूल्हा में काम करने वाले कार्यकर्ता ने कहा कि भविष्य में एटक के नेतृत्व में हजारों लोगों को प्रदर्शन में शामिल करेंगे और बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे आंदोलन में कामरेड शामित अली एडवोकेट कामरेड विकास शर्मा एवं तमाम लोगों ने सहयोग किया इस अवसर पर मध्य प्रदेश एटक के अध्यक्ष कामरेड हरिद्वार सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे

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