एसईसीएल के कोयला ऑफटेक में आई तेजी

बिलासपुर। एसईसीएल अपने सभी कोयला उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट कोयला समय पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। माह-सितम्बर 2020 के आफटेक के आँकड़े इस कार्य में आए तेजी को बयान कर रहे हैं। माह सितम्बर 2020 में एसईसीएल में 10.40 मिलियन टन कोयला आफटेक रहा, जबकि गत वर्ष इसी माह में 8.39 मिलियन टन आफटेक हुआ था। इस प्रकार माह-सितम्बर में गत वर्ष की तुलना में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कोयले के रैक लोडिंग में भी बड़ी वृद्धि दर्ज की गयी है। इस वर्ष माह जुलाई में औसतन प्रतिदिन 40.50 रैक लोड किए गए, वहीं माह अगस्त में प्रतिदिन 40.39 एवं सितम्बर में प्रतिदिन 41.80 रैक लोडिंग की गयी। गत वर्ष इन माह में औसतन प्रतिदिन क्रमशः 34.6, 31.59, 27.7 रैक लोडिंग की गयी थी। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष माह जुलाई में 17 प्रतिशत, माह-अगस्त में 28 प्रतिशत एवं माह-सितम्बर में 51 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी। ऊर्जा क्षेत्र की कम्पनियों को कोयला उपलब्ध कराना एसईसीएल की प्राथमिकता रही है। इन कम्पनियों में समुचित मात्रा में कोयले का स्टाक उपलब्ध हो इस दिशा में एसईसीएल सकारात्मक प्रयास करता रहा है। किसी भी ऊर्जा क्षेत्र की कम्पनी में 10 दिन से कम का कोयला स्टाक उपलब्ध होने की स्थिति में उसे क्रिटिकल प्लांट्स की श्रेणी में रखा जाता है। माह-अक्टूबर 2020 में पहले 24 दिनों में ही 6 पावर प्लांट क्रिटिकल श्रेणी से बाहर आए हैं। इनमें एनटीपीसी सीपत, एनटीपीसी लारा, डीबी पावर, एसकेएस पावर जनरेशन, सीएसजीपीसीएल, धारीवाल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड शामिल है। अपने प्रयासों से एसईसीएल निरंतर अपने कोयला उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध तरीके से कोयला आपूर्ति हेतु प्रयासरत रहता है। कोयला निकासी में आई तेजी एसईसीएल के आफटेक के लक्ष्य पूर्ति की ओर स्पष्ट संकेत करते हैं।