*एसबीआई आमाडाड बैंक प्रबंधन कर रहा लोन के लिए उपभोक्ता को परेशान*
*एसबीआई आमाडाड बैंक प्रबंधन कर रहा लोन के लिए उपभोक्ता को परेशान*
*महाप्रबंधक से की गई शिकायत*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा वर्तमान समय में कोविड-19 करोना वायरस का कहर पूरे देश ही नहीं पूरे विश्व में जारी है जिसको देखते हुए सरकार अन्य संस्थाएं आमजन को उचित सुविधा मुहैया कराए जाने का पूरा प्रयास कर रही है जिससे कि महामारी से उत्पन्न हुए संकट से आम आदमी लड़ सके लेकिन इसके ठीक विपरीत अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी में स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा आमाडाड़ के शाखा में देखने को मिल रहा है जहां पर की शाखा प्रबंधक द्वारा समस्त नियमों को पालन करने के बाद भी मुद्रा लोन के संदर्भ में हितग्राही को गुमराह करके परेशान किया जा रहा है हितग्राही को बैंक प्रबंधन द्वारा परेशान करने के पीछे का उद्देश्य क्या है यह तो बैंक प्रबंधन ही बता सकती है लेकिन पीड़ित प्रहलाद कुमार गुप्ता पिता महेंद्र कुमार गुप्ता निवासी ग्राम चुकान ने महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया प्रधान कार्यालय होशंगाबाद रोड भोपाल मध्य प्रदेश को शिकायती पत्र लिखते हुए बताया कि वह दिनांक 20 जुलाई 2020 को शाखा बैंक प्रबंधन के पास मुद्रा लोन के लिए आवेदन किया लेकिन आज तक बैंक प्रबंधन द्वारा लोन के संदर्भ में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जबकि मेरे द्वारा बैंक में पहले से लोन भी लिया गया था उससे भी प्रबंधन के आदेशानुसार दिनांक 18 सितंबर 2020 को जमा कर दिया गया परंतु आज तक मुझे बैंक प्रबंधन द्वारा लगातार बैंक में बुलाया जाता है और लोन के संदर्भ में कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है शासन द्वारा करोना काल में एक निश्चित राशि ₹6 हजार मेरे खाते में आई थी वह भी राशि नहीं दी जा रही है अब मैं काफी परेशान हो चुका हूं और पत्र के माध्यम से आपको अवगत करा रहा हूं निश्चित ही मुझे उम्मीद है कि उच्च प्रबंधन द्वारा मुझे न्याय दिलाया जाएगा साथ ही दोषी बैंक प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है प्रहलाद कुमार गुप्ता ने इसकी शिकायत महाप्रबंधक के अलावा मुख्यमंत्री महोदय भोपाल मध्य प्रदेश व मीडिया से भी की गई है अब देखना यह है कि प्रह्लाद गुप्ता को कब तक लोन मिल पाता है या आमडाड़ बैंक प्रबंधन के हिटलर शाही रवैया का शिकार इसी तरह आम उपभोक्ता होता रहेगा जिससे कि अग्रणी बैंक कहे जाने वाले भारतीय स्टेट बैंक की साख पर भी बट्टा लग रहा है और लोगों का विश्वास उक्त बैंक से उठता जा रहा है इस और उच्चाधिकारियों को विचार किए जाने की आवश्यकता है