पुलिया के भ्रस्टाचार गुण वत्ता विहीन निर्माण कार्य के सम्बन्ध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष हुवा लिखित शिकायत
पुलिया के भ्रस्टाचार गुण वत्ता विहीन निर्माण कार्य के सम्बन्ध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष हुवा लिखित शिकायत
समाचार प्रकाशन के बाद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा बांस से ढाली हुई पुलिया की जांच में
मामला था लोहे की रॉड की जगह बांस की लकड़ी लगाकर कर किया गया पुलिया के निर्माण का
संतोष चौरसिया प्रकाश तिवारी की रिपोर्ट
अनूपपुर :- अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत बदरा ग्राम पंचायत पकरिहा की भ्रस्टाचार का आलम हैजिसकी खबर बार बार छापते हुए शाशन प्रशासन को ध्यान दिलाने की कोशिश की गई परन्तु कंही कोई जांच या कोई असर नही पड़ा अधिकारियों पर जिसके कारण पकरिहा निवासी राकेश प्रसाद द्वारा लिखित शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनूपपुर के पास करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की गई, मामला था पकरिहा पुलिया निर्माण का जंहा 5 लाख की लागत से बनाई गई पुलिया है जिसमें इस पुलिया का निर्माण का कार्य 4 महीना पहले हुआ था इस पुलिया को कितनी रद्दी तरह रद्दी मटेरियल से बनाते हुए लोहे की रॉड का उपयोग न करते हुए ठेकेदार ने बॉस लगाकर पुलिया की ढलाई करवा दी जब कि इस रास्ते मिली से पुलिया एनएच 4 3: हाइवे में जाकर जुड़ता है कहा जाए तो इसमें बड़े-बड़े हैवी हैवी वाहन चलते हैं इस रास्ते पर लेकिन मनोज शर्मा कांट्रेक्टर कंपनी द्वारा यह पुलिया का निर्माण कार्य करवाया गया जिसकी लागत 5 लाख होते हुए भी घूसखोरी और कमीशन खोर अधिकारियों के साथ मिलकर पुलिया पर बांस लगाकर निर्माण करवा डाली इस भ्रष्टाचारी ठेकेदार द्वारा हर एक पंचायत में ऐसा कार्य किया जाता है जिसको निगरानी करने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी टाइम से नहीं पहुंचता है और जैसे कि यह पुलिया बनाकर और पैसा निकाल देते हैं 5 लाख की पुलिया रद्दी तरह से निर्माण कर पैसे आहरित कर निकाल लिया जाता है और इनका दुकानदारी चलता रहता है ऐसे दुकानदार चलाने वाले ठेकेदारों पर कानूनन कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और इससे जुड़े हुए सब इंजीनियर संध्या शुक्ला हैं जिन्होंने भ्रष्टाचार इंजीनियर का मुकाम हासिल करते हुए आंख बंद करके किसी भी तरह की निर्माण कार्य को बिना जांच के ही पास कर दिया जाता है बदले उनकी अछि खासी मोटी कमीशन मिल ही जाता है उनके बहुत कुछ कहानी हम बयां कर नहीं सकते हैं ऐसे दुकानदारों को प्रशासन को बंद करवाने की आवश्यकता है जिससे बड़ी बड़ी घटनाएं होने से बच
सकती हैं यदि मनोज शर्मा कॉन्ट्रेक्टर के सभी निर्माण कार्य पर जांच होने लगे तो कई घूसखोरों और कमीशनखोर अधिकारियों के नाम उजागर होने की सम्भवना है अब देखना यह यह है कि शाशन प्रशासन इस तरह के लापरवाही और भर्स्ट निर्माण कार्यों पर कार्यवाही करती है या फिर मनोज शर्मा जैसे ठेकेदारों को सह देकर अनूपपुर जिले में घूसखोरी कमीशन खोरी एवम ऐशे लापरवाह ठेकेदारों पर मेहरबान होते हैं स्थानीय जनों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी ठेकेदार और इंजीनियर पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है जिससे खबर लगते ही मनोज शर्मा ठेकेदार द्वारा बांस की लकड़ी हटवाकर जगह जगज कमीशन देते देते परेशान होने की बात कहते हुए 5000 हजार खर्च करके कोर्ट जाने की धमकी भी दे डाली ,अब प्रशासन की कार्यवाही हुई बहुत जरूर इस तरह कब तक शाशन प्रशासन आंख मूंद कर करती रहेगी मनमानी,और अधिकारियों की मिलीभगत से समझ में आती है कि पकरिया व हरद ग्राम पंचायत में पुलिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने के बाद भी अधिकारियों द्वारा पुनः ग्राम पंचायत देवरी में उक्त ठेकेदार मनोज शर्मा को ही पुलिया बनाने का कार्य दे दिया गया है जिसका काम हुआ शुरू करने वाला है जो साफ साफ शाशन प्रशासन की मिलीभगत को बयान करता है जिसके चलते अभी तक किसी अधिकारी को जांच करने का भी समय नही मिल रहा है अब देखना यह है कि लिखित शिकायत होने पर कार्यपालन अधिकारी पूर्णता निष्पक्ष जांच करते हैं या फिर कमीशन की फेर में इनके जांच भी जांच का विषय बनता है