*फर्जी रजिस्ट्रेशन पर चल रहे वाहन में भालूमाड़ा पुलिस ने की सौदेबाजी*
*फर्जी रजिस्ट्रेशन पर चल रहे वाहन में भालूमाड़ा पुलिस ने की सौदेबाजी*
*मामला कालरी में फर्जी रजिस्ट्रेशन से गाड़ी चलाने का*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र में कालरी अधिकारियों के आने-जाने चलने के लिए प्राइवेट चार चक्का वाहन टेंडर के माध्यम से हायर कर लगाया जाता है उसमें जमुना कोतमा क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसमें की एक ही रजिस्ट्रेशन से कई गाड़ियों का संचालन किया जाना नंबर प्लेट दूसरे का और चेचिस नंबर दूसरे का लगाकर गाड़ी का संचालन किया जा रहा था जिसका शिकायत थाना भालूमाडा़ पुलिस 11 दिसंबर 2020 को की गई और थाना भालूमाडां में पदस्थ पुलिस विवेक त्रिपाठी और संतोष यादव ने पूरी ईमानदारी से कार्य को अंजाम देते हुए जमुना कोतमा क्षेत्र के एपीएम के यहां लगी बोलेरो गाड़ी जिसका नंबर एमपी 65टी 1220 को पकड़ कर थाने लाकर खड़ा कर दिया गया प्राप्त जानकारी के अनुसार जेम पोर्टल के माध्यम से कॉलरी ने प्राइवेट गाड़ी हायर करने का टेंडर निकाला था जिसमें क्षेत्रीय कार्मिक विभाग के लिए जगतार सिंह निवासी राजनगर डोला का एलवन होने के कारण उन्हें काम मिला था और उन्होंने यह बोलेरो गाड़ी कालरी अधिकारी को दी थी ज्ञात हो कि जिस गाड़ी को पुलिस ने पकड़ कर लाया उसका नंबर एमपी 65टी 1220 लिखा था लेकिन उसका चेचिस और इंजन नंबर maixm2wjxh5c50554का जब आरटीओ के वेबसाइट से पता किया गया तो वह उस गाड़ी का नंबर ही नहीं था उसका सही नंबर एमपी 65 1024 था जिसका पेपर फेल होने के कारण नंबर प्लेट बदलकर कालरी को चुना लगाया जा रहा था उक्त नंबर की गाड़ी उक्त ठेकेदार द्वारा हसदेव एरिया में भी चलाया जा रहा है खैर यह सब तो जांच का विषय है पुलिस से मामले की जानकारी लेने जब पत्रकार थाने पहुंचे तो वहां पर इस तरह के किसी गाड़ी के लाए जाने से ही पहले मना किया जा रहा था लेकिन थाने परिसर में गाड़ी खड़ी थी जिसका की फोटो और वीडियो बना लिया गया इसके बाद उक्त गाड़ी को पुलिस ने थाने के पीछे झाड़ियों में खड़ा कर दिया और फिर जब इसके बारे में पुलिस विवेक त्रिपाठी जी से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि हां लफड़ा तो है लंबा कार्यवाही होगी लेकिन देर शाम तक उक्त गाड़ी को कार्यवाही न करते हुए पुलिस ने ₹50 हजार का नजराना लेकर छोड़ दिया उक्त बात खुद बोलेरो गाड़ी के ड्राइवर भाव सिंह ने कापरेटिव में बड़े दिलेरी के साथ सार्वजनिक जगह पर बताई हालांकि पुलिस द्वारा लेनदेन की बात का अन्य लोगों के द्वारा कहीं गई ऑडियो रिकॉर्डिंग के अलावा कोई पुख्ता प्रमाण तो नहीं है क्योंकि पैसा लेने वाला और ना ही देने वाला बोलेगा कि हमने लेनदेन किया है अब सवाल यह उठता है कि जब पुलिस गाड़ी को पकड़ कर लाई थी तो जानकारी देने से क्यों मना किया और फिर जब उसमें कुछ कमी नहीं थी तो उसे थाने के पीछे झाड़ियों में क्यों छुपाया गया यह सब गहन जांच का विषय है वही 12 दिसंबर 2020 को एक नया घटनाक्रम सामने आया जब उसी नंबर एमपी 65t 1220 दूसरी बोलेरो गाड़ी जिस का चेचिस नंबर ma1 L2 wjxk5a23725 आकर महाप्रबंधक कार्यालय के सामने खड़ी हो गई स्थानीय लोग हैरत में पड़ गए इस वाहन की भी शिकायत थाना भालू माड़ा पुलिस को की गई और मौके पर पुलिस ने पहुंचकर इस वाहन को भी जांच के लिए खाना ले गई इस वाहन के दस्तावेज और नंबर चेचिस नंबर मिलान करने पर सही पाया गया अब सवाल ये उठता है कि जो फर्जी नंबर से चल रहे वाहन को 11 दिसंबर को थाना भालूमाड़ा पुलिस ने पकड़ कर ले गई उस नंबर का चेचिस नंबर मिला ना होने के बाद भी कैसे छोड़ दी यहां पर जालसाजी वाहन मालिक के द्वारा किया जाना सामने आया लेकिन उस जालसाजी का सौदा पुलिस ने कर डाला एक ही नंबर से दो दो वाहन क्षेत्र में चल रहे हैं वहीं पुलिस ऐसे गंभीर अपराध पर पर्दा डालने में लगी हुई है जबकि मीडिया के द्वारा दोनों वाहनों के पूरे वीडियो और साक्षी एकत्र किए गए हैं फिर भी पुलिस मुर्गी के तीन टांग को साबित करने में लगी हुई है क्षेत्र की जनता ने जिले के पुलिस अधीक्षक महोदय से मांग किया है कि उक्त मामले की जांच कर दोषी जनों के ऊपर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही किया जाए ताकि जनता का भरोसा पुलिस पर कायम रह सके
इनका कहना है
आप वीडियो और साथ थाना प्रभारी भालू माड़ा को दिखा दे हमने कार्रवाई के लिए निर्देशित कर दिया है
शिवेंद्र सिंह अनुविभागीय पुलिस अधिकारी कोतमा
हमारे द्वारा वाहन मालिक और वाहन को पुनः बुलाया गया है और मामले की जांच की जाएगी
आर् एन आर्मो थाना प्रभारी भालूमाड़ा