*आमाडाड़ ओसीपी के विद्युत यांत्रिकी विभाग में भारी भरे साहि*
*आमाडाड़ ओसीपी के विद्युत यांत्रिकी विभाग में भारी भरे साहि*
*उच्च स्तरीय जांच की मांग*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत संचालित आमाडाड़ खुली खदान परियोजना के विद्युत यांत्रिकी विभाग में जब से वहां के सुपीरियर बी पी सिंह पदस्थ हुए हैं तब से वहां भारी भरे शाही का आलम व्याप्त है जिसके कारण कालरी का उत्पादन कार्य तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही साथ कोल इंडिया को भारी क्षति पहुंच रही है जबकि विद्युत यांत्रिकी विभाग के सारे काम ठेकेदारी प्रथा चलाकर ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है इसके बावजूद भी वहां पर कार्यरत सभी लोगों का संडे ओटी कभी नहीं बंद होता जबकि अन्य विभागों का रविवारी ड्यूटी बंद कर दी जाती है अब सवाल यह उठता है कि जब सभी काम ठेकेदार द्वारा कराया जाता है तो विभाग के लोग किस बात का ओटी और संडे लगातार करते हैं यह गहन जांच का विषय है प्राप्त जानकारी के अनुसार यह ज्ञात हुआ है कि जब से बीपी सिंह पदस्थ हुए हैं तब से जो उनकी मन मुताबिक सेवा करता है उन्हें परमानेंट ड्यूटी मिलती है वहीं पर ईमानदार कर्मचारी मशीनों में लगने वाले छोटे-छोटे कलपुर्जे के लिए परेशान रहता है जिससे कि उत्पादन कार्य प्रभावित हो रहा है जो इन महाशय अधिकारी महोदय को सूरा की व्यवस्था कराता है उसका ड्यूटी चकाचक रहता है वहीं पर जो इनके मन मुताबिक काम नहीं करता वह हर तरह से परेशान रहता है क्षेत्र के कालरी कर्मचारी श्रम संघ प्रतिनिधि आम जनों ने क्षेत्र के लोकप्रिय महाप्रबंधक सुधीर कुमार सीएमडी बिलासपुर विजिलेंस बिलासपुर कोल इंडिया के चेयरमैन व कोयला मंत्री से मांग किया है कि उक्त पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी जनों के ऊपर कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही किया जाए ताकि जो कार्य ठेकेदार कर रहा है तो फिर उस कार्य में विभागीय आदमी को लगाना क्या उचित है साथ ही कालरी के मशीनों में लगने वाले छोटे-मोटे कलपुर्जे की कमी को भी पूरा किया जा सके